Rakshabandhan: रक्षाबंधन का त्योहार नजदीक है, इससे पहले उत्तर प्रदेश में प्रयागराज के बाजार तरह-तरह की राखियों से भरे हुए हैं। इनमें सिल्क के धागों और कच्चे सूत से बनी राखियों से लेकर चीन में डिजाइन की गई राखियां तक शामिल हैं, हर पसंद और बजट के मुताबिक राखियां उपलब्ध हैं।
फिर भी पारंपरिक राखियों की मांग सबसे ज्यादा है, रुद्राक्ष से बनी और दैवीय आकृतियों वाली राखियां खूब बिक रही हैं। खरीदारों का कहना है कि इस साल राखियों में आध्यात्मिक डिजाइन की ज्यादा मांग है। ज्यादातर लोग रुद्राक्ष और देवी-देवताओं की आकृतियों से सजी राखियां पसंद कर रहे हैं।
रक्षाबंधन का त्योहार भाई-बहनों के बीच अटूट बंधन का प्रतीक है। इस त्योहार में पवित्र धागे में प्रेम, सुरक्षा, परंपरा और आस्था पिरोई जाती है, इस साल यह त्योहार नौ अगस्त को मनाया जाएगा।
दुकानदारों का कहना है कि “यहां पे रुद्राक्ष, तुलसी, मोरपंखी, भगवान जैसी राखियों की डिमांड ज्यादा है। बहुत ही अच्छी-अच्छी राखियां हैं। तीन-चार दिन हो गए, दुकान लगाए हैं। यहां पे रुद्राक्ष और भी अच्छी-अच्छी राखियां हैं। उनकी डिमांड ज्यादा है। बच्चों के लिए है, इनकी डिमांड ज्यादा है।”
इसके साथ ही स्थानीय लोगों काम कहना है कि “यहां काफी भक्ति माहौल इस समय दिख रहा है। बाकी मोरपंखी भी दिख रही है, रुद्राक्ष की भी राखियां दिख रही हैं। स्वस्तिक की भी राखियां दिख रही हैं। काफी अच्छी राखियां इस बार आई हैं।