Prayagraj: प्रयागराज में महाकुंभ शुरू होने से पहले ही देश के कोने-कोने से नागा साधु संगमनगरी में पहुंच गए हैं। महाकुंभ में एक कार वाले बाबा भी पहुंचे हुए हैं। उनके पास बहुत पुरानी एंबेसडर कार है जिसकी छत पर एक पंखा लगा हुआ है। एक स्पीकर कार की छत पर एक किनारे से बंधा है। भगवा रंग की इस कार की छत पर सोने का इंतजाम भी किया गया है।
50 साल से पुरानी इस कार को लेकर महंत राजगिरि बाबा तकरीबन पूरे देश में घूम चुके हैं। बाबा ने अपनी चहेती कार को चलता-फिरता ठिकाना बना लिया है। महंत राजगिरि बताते हैं कि प्रयागराज में उनका पांचवां महाकुंभ है। इससे पहले भी चारों बार वे अपनी एंबेसडर कार से महाकुंभ में जा चुके हैं। वह कार को प्रयागराज के अलावा नासिक, उज्जैन और हरिद्वार महाकुंभ में भी ले गए थे।
13 जनवरी से शुरू होने वाले महाकुंभ मेले में हजारों साधु-संत पहुंचे हुए हैं, 26 फरवरी तक चलने वाले महाकुंभ में 40 करोड़ श्रद्धालुओं के पहुंचने की उम्मीद है। अगर ऐसा होता है तो ये दुनिया के सबसे बड़े धार्मिक आयोजनों की सूची में शामिल हो जाएगा।
जूना अखाड़े से जुड़े साधु महंत राजगिरि नागा बाबा ने बताया कि “72 मॉडल है कम से कम 50 साल से ऊपर ही होगी। अब देख लो वहां से इंदौर, मध्य प्रदेश से वहां से चलकर यहां आया हूं। इसके आगे मैं कलकत्ता तक भी जाता हूं, काठमांडु तक मैं जाता हूं इसी गाड़ी से और फिर कन्याकुमारी से रामेश्वरम तक चला जाता हूं।ओडिशा, जगन्नाथपुरी, भुवनेश्वर चला जाता हूं। अमरनाथ पहलगाम तक चला जाता हूं, बदरीनाथ चला जाता हूं इधर से, केदारनाथ जाता हूं गौरीकुंड तक।”