Prayagraj: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में अगले साल होने वाले महाकुंभ मेला के लिए दमकल विभाग सुरक्षा के कुछ नए उपाय ला रहा है। इनमें फायर फाइटिंग मोटरबाइक, एटीवी, और ऊंची दक्षता वाले क्विक-रेस्पॉन्स गाड़ियां शामिल हैं।
आपात स्थिति में पानी की सप्लाई सुनिश्चित करने के लिए मेला मैदान में हर 40 मीटर पर हाइड्रेंट लगाए गए हैं। इसके अलावा, फायर पोस्ट और फायर स्टेशनों की संख्या बढ़ा दी गई है।
मोटर बाइक फायर फाइटिंग सिस्टम या एमबीएफएफएस 2019 में प्रयागराज अर्ध कुंभ मेले के दौैरान काफी कारगर साबित हुए थे। इस साल बेहतर रेस्पॉन्स टाइम के लिए, खासकर भीड़-भाड़ या संकरी गलियों में उनकी संख्या बढ़ा दी गई है।
अधिकारियों के मुताबिक मेले को 25 सेक्टर में बांटा गया है, हर सेक्टर में दो फायर स्टेशन और हर इलाके के लिए खास फायर पुलिस चौकी है। तमाम सुरक्षा उपायों का मकसद है कि दुनिया के सबसे बड़ी धार्मिक और आध्यात्मिक महाकुंभ 2025 में आने वाले तीर्थयात्रियों को पूरी सुरक्षा दी जाए।
महाकुंभ मुख्य अग्निशमन अधिकारी प्रमोद शर्मा ने कहा कि “पिछली बार हमारे टोटल 43 फायर स्टेशन थे, अबकी बार 50 हो रहे हैं। और जो 15 टेम्परेरी पोस्ट थे, उसको बढ़ा करके 20 किया गया है। और जितनी भी बड़ी संस्थाएं हैं, जितने अखाड़े हैं, उनके अंदर हमारी पानी की जो वहां पर फायर की जो पोस्ट है, वो बना दी जाएं, ताकि कोई भी इनसिडेंट हो तो कम रेस्पॉन्स टाइम में हम कर पाएं। और पूरे मेला क्षेत्र के अंदर लगभग 7,000 के आसपास फायर हाइड्रैंट की व्यवस्था की जा रही है, ताकि कोई इन्सिडेंट होने पे उसपे जल्दी काबू पाया जा सके।”
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि “हमारे पास जो फायर फाइटिंग बाइक्स हैं, जो कि गेम चेंजर रही थीं, पिछले मेला के अंदर भी, उनकी संख्या है जो अबकी बार ज्यादा बढ़ाई गई है। तो लगभग 80 के करीब हमारे पास जो फायर फाइटर्स हैं, वो बाइक्स पर रहेंगे। और काफी सारे नए इक्वीपमेंट्स जो हैं, वो भी अबकी बार मेला में आ रहे हैं। तो जैसे ही उनकी डिलिवरी होती है तो उनके बारे में भी आपको बताया जाएगा। तो जितने भी हमारे उच्चाधिकारी हैं, उनका जो मेन उद्देश्य है, वो यही है कि ये जो कुंभ मेला है, वो सुरक्षित ढंग से सम्पन्न हो। और मेले के दौरान कोई इन्सिडेंट होने ही ना पाए।”