Prayagraj: उत्तर प्रदेश में बाढ़ आपदा से बचाव की तैयारियां शुरू हो गई हैं, संगम नगरी प्रयागराज में संभावित बाढ़ की तैयारियों को परखने के लिए शहर के अलग-अलग घाटों पर मॉक ड्रिल की गई।
मॉक ड्रिल के दौरान ये जांचने की कोशिश की गई कि अगर नाव पलटने का हादसा होता है तो डूबते व्यक्ति को बचाने और उसे प्राथमिक उपचार देने जैसी तैयारियां पुख्ता हैं या नहीं।
इस मॉक ड्रिल में ये परखा गया कि अलग-अलग एजेंसियां कितनी तेजी से अपने काम को अंजाम देती हैं। साथ ही आपातकालीन हालात में जन जागरूकता पर भी फोकस रहा।
सेना, एनसीसी और बॉयज एंड स्काउट्स कैडेटों के सहयोग से विभिन्न विभागों ने भी मॉक ड्रिल में हिस्सा लिया।
मॉक ड्रिल में शामिल तमाम एजेंसियों ने मानसून सीजन शुरू होने से पहले बाढ़ के हालात से निपटने के लिए नाव, लाइफ जैकेट, प्राथमिक चिकित्सा, पुनर्वास और राहत सामग्री मुहैया कराने से जुड़ी अपनी तैयारियों को जांचा।
प्रयागराज एसडीएम विनीता सिंह ने कहा कि “मॉक ड्रिल में सारे ही विभाग जिला प्रशासन के जितने सारे विभाग हैं, यहां तक कि सेना सब के सहयोग से वो हुआ और उसमें दूसरे एनसीसी, स्काउट और गाइड हैं, ये भी सब शामिल हुए। सभी की भूमिकाएं स्पष्ट रूप से पहचान कर और उन्हें पहले से ही जानकारी दे दी गई थीं।”