Mahakumbh: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में होने वाले महाकुंभ मेले में अलग-अलग अखाड़ों के साधु पहुंचने लगे हैं। मेला शुरू होने में करीब एक महीना बचा है, इन्हीं में एक साधु हैं, जिनके नाम के साथ सवा लाख का आंकड़ा जुड़ा हुआ है।
सवा लाख रुद्राक्ष बाबा ने 30 किलोग्राम रुद्राक्ष पहना हुआ है। मान्यता है कि रुद्राक्ष में दैवीय गुण होते हैं। इन्हें भगवान शिव का प्रतीक माना जाता है। सवा लाख रुद्राक्ष बाबा का असली नाम गीतानंद गिरी है। उन्होंने छह साल पहले अर्ध कुंभ में सवा लाख रुद्राक्ष की माला पहनने का संकल्प लिया था।
सवा लाख रुद्राक्ष बाबा गले और माथे पर मालाएं पहनते हैं। इन मालाओं से उन्हें अलग पहचान मिली है। गीतानंद गिरि, नागा साधु “मेरा संकल्प सवा लाख रुद्राक्ष का था, अर्धकुंभ से मैंने तपस्या उठाई है। आज मेरे को छह साल हो गए हैं। सवा लाख रुद्राक्ष का मेरा संकल्प था। सवा बनती हैं, 925 माला में। बढ़ते-बढ़ते ये मालाएं कुछ ऐसी हो गईं, भक्तों ने भी, संतों ने भी धारण करके सवा दो लाख से ऊपर माला हैं। और 12 साल की मेरी तपस्या है।12 घंटे की तपस्या है।”