Mahakumbh 2025: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ में त्रिवेणी संगम घाट पर माघी पूर्णिमा के पावन मौके पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ दिख रही है। तड़के से ही भारी संख्या में श्रद्धालु आस्था की डुबकी लगा रहे हैं। त्रिवेणी संगम पर उमड़ी भीड़ में सभी उम्र के लोग शामिल हैं। श्रद्धालुओं ने घाटों पर कड़ी सुरक्षा के बीच डुबकी लगाई। वे भारी भीड़ के बावजूद बेहतरीन इंतजामों के लिए प्रशासन की तारीफ करते दिखे।
श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए ट्रैफिक समेत बड़े पैमाने पर पुख्ता इंतजाम किए गए है। स्वास्थ्य कर्मियों को इस अवसर के लिए अलर्ट पर रखा गया है। माघी पूर्णिमा के स्नान के साथ ही महीने भर चलने वाला कल्पवास भी खत्म हो जाएगा और श्रद्धालुओं की महाकुंभ से रवानगी भी शुरू हो जाएगी। भारी भीड़ को देखते हुए प्रशासन की तरफ से बड़े पैमाने पर इंतजाम किए गए हैं। एक बयान में कहा गया है कि मेला क्षेत्र को मंगलवार सुबह चार बजे से ‘नो व्हीकल जोन’ घोषित कर दिया गया है, जबकि शाम पांच बजे से ये नियम पूरे शहर पर लागू हो जाएगा, जिसमें आपातकालीन और आवश्यक सेवाओं को छूट दी गई है।
यातायात अव्यवस्था से बचने के लिए सार्वजनिक और निजी वाहनों के लिए निर्धारित पार्किंग स्थल बनाए गए हैं ताकि श्रद्धालुओं को पैदल स्नान घाटों तक पहुंचने में कोई परेशानी न हो। प्रयागराज के एडीजी भानु भास्कर के मुताबिक सभी जरूरी जगहों पर विशेष पुलिस बलों की तैनाती की गई है। उनके मुताबिक जिन जगहों पर भीड़ प्रबंधन में दिक्कत हो रही है वहां पर भी विशेष पुलिस बल तैनात किए गए हैं। किसी भी आपात स्थिति में मेला क्षेत्र से श्रद्धालुओं की सुरक्षित निकासी सुनिश्चित करने के लिए विशेष यातायात योजना स्नान अनुष्ठान पूरा होने तक लागू रहेगी।
प्रशासन ने सभी कल्पवासियों से अनुरोध किया है कि वे नियमों का पालन करें और केवल अधिकृत पार्किंग स्थल का ही इस्तेमाल करें। टोल प्लाजा और पड़ोसी जिलों के अधिकारियों से रियल टाइम डेटा इकट्ठा किया जा रहा है, ताकि आने वाले वाहनों की संख्या और मार्गों पर नज़र रखी जा सके और उचित यातायात प्रबंधन संभव हो सके।
एक बयान में कहा गया है कि श्रद्धालुओं की सुरक्षित वापसी के लिए राज्य परिवहन विभाग ने 1,200 अतिरिक्त बसों की व्यवस्था की है, जो हर 10 मिनट में उपलब्ध रहेंगी। उत्तर प्रदेश सरकार ने मंगलवार को बताया कि महाकुंभ खत्म होने में अब सिर्फ 14 दिन बचे हैं और 13 जनवरी को शुरू हुए इस भव्य आयोजन के बाद से अब तक 45 करोड़ से ज्यादा लोग संगम में डुबकी लगा चुके हैं। प्रयागराज महाकुंभ का समापन 26 फरवरी को महाशिवरात्रि के मौके पर अंतिम अमृत स्नान के साथ होगा।