MahaKumbh: मौनी अमावस्या पर अमृत स्नान के लिए अखाड़ों के जुलूस की अगुवाई श्री पंचायती अखाड़ा महानिर्वाणी ने की। मौनी अमावस्या पर जहां आम श्रद्धालुओं ने तड़के से ही स्नान शुरू कर दिया था, वहीं सुबह के समय भगदड़ जैसी स्थिति के कारण अखाड़े दोपहर में स्नान करने पहुंचे।
श्री पंचायती अखाड़ा महानिर्वाणी हिंदू परंपरा के अनुसार तीन प्रमुख शस्त्रधारी अखाड़ों में से एक है। अमृत स्नान’ (जिसे पहले शाही स्नान कहा जाता था) महाकुंभ मेले का सबसे भव्य और पवित्र अनुष्ठान है, इस दिन करोड़ों तीर्थयात्री संगम पर स्नान के लिए आते हैं।
इसके साथ ही वाराणसी में मौनी अमावस्या के शुभ अवसर पर पवित्र स्नान करने वाले श्रद्धालुओं की भीड़ देखी गई, एक श्रद्धालु ने कहा कि “ऐसा माना जाता है कि मौन व्रत रखने और गंगा में पवित्र डुबकी लगाने से आध्यात्मिक पुण्य प्राप्त होता है।”
इस बीच मंदिरों के शहर अयोध्या में मौनी अमावस्या पर डुबकी लगाने के लिए श्रद्धालु तड़के से ही सरयू घाट पर पहुंचने लगे, एक श्रद्धालु ने कहा कि “मौनी अमावस्या के अवसर पर यहां स्नान किया जा रहा है और दो बजे से ही श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ने लगी थी।
मौनी अमावस्या हिंदू कैलेंडर के माघ कृष्ण अमावस्या के दिन पड़ती है।ये सभी विशेष स्नान तिथियों में सबसे शुभ तिथि मानी जाती है, ऐसा माना जाता है कि इस दिन पवित्र नदियों का पानी ‘अमृत’ में बदल जाता है।