Maha Kumbh: प्रयागराज में अगले साल लगने वाले महाकुंभ मेले की तैयारियों के बीच भदोही जिले की ज्ञानपुर जेल के कैदी मेले के लोगो और धार्मिक प्रतीकों वाले कालीन तैयार कर रहे हैं। जेल बंदियों की ओर से तैयार की गई ये खूबसूरत कालीन महाकुंभ में भेंट की जाएगी।
महाकुंभ में भदोही के जेल का स्टॉल भी लगाया जाएगा, इसमें भदोही की पारंपरिक कालीन को बिक्री के लिए रखा जाएगा, साथ ही कालीन के कई और डिजाइन भी होंगे। महाकुंभ के लिए खूबसूरत कालीन बनाने वाले कैदी इस बात से खुश हैं कि उनके बनाए गए बेहतरीन कालीन दुनिया के सबसे बड़े धार्मिक मेले में प्रदर्शित किए जाएंगे।
कैदी बताते हैं कि कालीन बनाने पर उन्हें पैसे मिलते हैं, उस पैसे को वो अपने परिवार को भेज पाएंगे। इस बीच उत्तर प्रदेश के जेल महानिदेशक ने भदोही में कैदियों से मुलाकात की और उनके कालीन बुनाई के काम की सराहना की, जेल परिसर के बाहर ‘ताना-बाना’ नाम से एक आउटलेट चलता है। यहां कैदियों के बनाए गए कालीन बेचे जाते हैं। भदोही में बुने गए कालीन राज्य सरकार की ‘वन डिस्ट्रिक्ट, वन प्रोडक्ट’ स्कीम का हिस्सा हैं, इसका मकसद जिले में बने अनूठे उत्पादों को बढ़ावा देना है।
जेल अधीक्षक अभिषेक कुमार ने कहा कि “हमारे यहां दो तरह के कालीन बनाई जाती है, एक तो मशीन से बनाई जाती है दूसरी हाथ से बनाई जाती है। महाकुंभ 2025 के लिए जो लोगो जारी किया गया है वो हम 6 बाय 6 में बना रहे हैं। तो वो कालीन भेंट की जाएगी जो लोगो है 2025 का। इसके अतिरिक्त कुंभ में हमारा एक स्टॉल भी लगाया जिला कारागार भदोही का। इसमें हमारे पास 100 ट्रप्टेड कालीनें रहेंगे और 20-25 कालीनें हैड नाटेड कालीनें वहां पर लगाई जाएंगी स्टॉल में।”
इसके साथ ही कैदीयों का कहना है कि “काम कर रहे हैं जो करीब ढाई साल से इसमें काम कर रहे हैं, सबसे बुनवाते हैं और सबसे मिलजुल के लगभग हमारे पास 26 आदमी हैं और इस समय प्रयागराज का तैयारी चल रही है हमारा। हमलोग बुनते हैं और जो है कि पैसा हम लोग को बराबर मिलता है। यहां महोदय जी की वजह से किसी चीज की दिक्कत नहीं है। हम लोग काम करते हैं और सोचते हैं कि घर पर भी कुछ भेजने के लिए। हम लोग काम कर रहे हैं यहां से कुछ भेजें।”
जेल महानिदेशक पी. वी. रामाशास्त्री ने कहा कि “यहां पर कारपेट का जो कार्य हो रहा है हमारे बंदी करते हैं वो कैसा चल रहा है और आगे इसको कैसे बढ़ोतरी कैसे करेंगे ये भी देखने को था।”