Lucknow: लखनऊ के सिटी मॉन्टेसरी स्कूल में आयोजित अंतरराष्ट्रीय बाल फिल्म महोत्सव 2025 का रविवार को समापन हो गया। सात दिवसीय महोत्सव में 102 देशों की दो हजार से ज्यादा फिल्में शामिल हुईं। इनमें से 398 फिल्मों को फाइनल स्क्रीनिंग के लिए चुना गया। समापन समारोह का मुख्य आकर्षण स्कूली बच्चों की ओर से पेश की गई एकता और शांति को बढ़ावा देने वाली बहु-धर्मीय प्रार्थना रही। सांस्कृतिक कार्यक्रम और फिल्म स्क्रीनिंग के अलावा, सात दिवसीय महोत्सव के दौरान कई स्वास्थ्य पहल भी आयोजित की गईं। कई श्रेणियों में शॉर्ट लिस्टेड फिल्मों को दस लाख रुपये के नकद पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
CMS मैनेजर गीता गांधी ने कहा, “इस वर्ष भी हर वर्ष की भांति बहुत सारे देशों के फिल्म आई हैं। 102 देशों की 2344 फिल्म इंट्री आई हैं। जिनमें से 398 एंट्री को चयनित किया गया है। बच्चों को स्क्रीन करके दिखाई गई है। आज फिल्मोत्सव का आखिरी दिन है सातवां दिन है आज दोपहर की पाली तक 70 हजार बच्चे इन फिल्म्स को देख चुके होंगे। बहुत ही बढ़िया कार्यक्रम था। बेस्ट पार्ट ये था कि सारे धर्म को मिला कर एक प्रेयर ये लोग करते हैं बहुत ही बढ़िया था। मतलब कि एक मैसेज है कि इतने सारे धर्म है हम लोगों के लेकिन भगवान एक ही हैं। वो बहुत ही बढ़िया था बच्चों की एक एनर्जी देख कर मजा आया। बहुत कमाल की एनर्जी है। ये वापस से मुझे उस वाले जोन में ले गया कि अपने में बचपना को जिंदा रखिए।”
छात्रों ने कहा, “हम कानपुर रोड CMS शाखा में अंतरराष्ट्रीय बाल फिल्म महोत्सव के समापन समारोह में आए थे और हमें हमारी माननीय राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल ने सम्मानित भी किया। हमने केजीएमयू और हमारे स्कूल के सहयोग से एक पहल में भाग लिया है। हमें सर्वाइकल कैंसर एचपीवी वैक्सीन का टीका लगाया गया, इसलिए, ये एक शानदार अनुभव था और हमने कुछ अद्भुत फिल्में भी देखीं और ये वास्तव में प्रेरणादायक था।
हम लोग को यहां पर बहुत मजा आया यहां पर बहुत सारी नई चीज के बारे में पता चला। मेरा एक्सपीरियंस यहां पर बहुत अच्छा रहा। जो मूवी हम लोगों को यहां पर दिखाई गई वो हमारी पढ़ाई से रिलेटेड थी। बच्चों के बारे में थी। इसमें बताया गया था कि बच्चे पढ़ाई में कैसे करते हैं। बच्चों को क्या दिक्कतें होती हैं।उन्हें क्या करना चाहिए। बच्चों कि जिंदगियों के बारे में यहां पर बताया गया था और इन मूवी से हर बच्चे को लाभ हुआ।”