Lucknow: उत्तर प्रदेश के लखनऊ में घने कोहरे की वजह से वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) “खराब” स्तर पर पहुंच गया। प्रदूषण के बढ़ते स्तर से लोगों को काफी परेशानियां का सामना करना पड़ा। सुबह के वक्त धुंध से विजिबिलिटी कम हो गई। सुबह की सैर और व्हीकल चलाने में दिक्कत आई।
गोमती नगर में भी घना कोहरा छाया रहा। यहां के लोगों का कहना है कि प्रदूषण की वजह से सांस लेने में दिक्कत हो रही है। वहीं डॉक्टरों ने ऐसे हालात को स्वास्थ्य के लिए हानिकारक बताया। उन्होंने लोगों को मास्क लगाने और बाहर कम निकलने की सलाह दी है।
शहर में गाड़ियों से निकलने वाले धुएं, निर्माण कार्य और पराली जलाने की वजह से प्रदूषण तेजी से बढ़ रहा है, लोग प्रशासन से इसके लिए तुरंत कदम उठाने की मांग कर रहे हैं।
सर्जन डॉ. नीरज सिंह ने बताया कि “दिल्ली से तो लखनऊ वाले कुछ बेटर कंडीशन में हैं, लेकिन हम लोग भी साइकलिस्ट हैं, सुबह आठ-10 घंटे रोज साइक्लिंग करते हैं, लेकिन आजकल हम लोगों को साइकलिंग करने में परेशानियां होती हैं क्योंकि फॉग भी है, स्मॉग भी है, पॉल्यूशन भी है, इससे हम लोगों को सांस लेने में भी तकलीफें तो हैं ही, साथ में बर्निंग सेंशन आंख में भी होता है, तो मैं अब पॉल्यूशन को तो हम लोग भी कंट्रोल कर सकते हैं। हम लोगों का भी सहयोग उसमें होना चाहिए, आम जनता का भी सहयोग होना चाहिए और रही बात आंखों के लिए, आंखों के लिए मैं लोगों को यही सलाह देना चाहता हूं जो आइज का केयर करें और कोई तकलीफ है तो अपने पास के सर्जन से कंसल्ट करें और कोशिश करें कि कम से कम निकलें, जितना जरूरी हो, उतना ही घर से बाहर निकलें।”