Kanwar Yatra: सालाना कांवड़ यात्रा शुरू होने में कुछ ही दिन बचे हैं, इसे लेकर उत्तर प्रदेश सरकार ने कई दिशा-निर्देश जारी किए हैं। इनमें यात्रा मार्ग पर पड़ने वाले दुकानों के बोर्ड पर मालिक का नाम लिखना भी शामिल है।
राज्य सरकार के मुताबिक त्योहार के दौरान मजबूत कानून व्यवस्था सुनिश्चित करने और सांप्रदायिक सद्भाव के लिए यह फैसला किया गया है, कई दुकानदारों ने सरकार के निर्देश का स्वागत किया है।
राजन, दुकानदार “दुकान के सामने तो नाम होना चाहिए भैया। इससे पता चलता है कि इस बंदे की दुकान है। अगर मान तो कोई भी दुर्घटना होती है तो इससे पता चलता है कि उस दुकान के सामने दुर्घटना हो गई है। मान कर चलो मैं गांव में रहता हूं और गांव का कोई बंदा ढूंढता हुआ चला गया। इस बंदे की दुकान है। सुनील की दुकान है। तो मिल जाएगा। अगर दुकान के सामने नाम ही नहीं होगा तो कैसे पता चलेगा, फिर तो ये होगा कि दुकान है।”
अधिकारियों ने बताया कि इस दौरान रास्ते में पड़ने वाली मांस और शराब की दुकानें बंद रखी जाएंगी। प्रयागराज जिला अधिकारी रविंद्र कुमार ने कहा कि “मुख्यमंत्री योगी ने बहुत विस्तृत समीक्षा बैठक इस पर की थी। हम लोग उस दिशानिर्देशों को लागू करेंगे और जो मार्ग में आने वाली मांस और मदीरा का शॉप हैं उनको भी उस दौरान बंद किया जाएगा।”
कांवड़ यात्रा भगवान शिव के भक्तों की सालाना तीर्थयात्रा है। उन्हें कांवड़िया कहा जाता है। वे हिंदू कैलेंडर के सावन महीने में गंगा और दूसरी पवित्र नदियों का जल लाकर भगवान शिव के मंदिरों में चढ़ाते हैं, इस साल कांवड़ यात्रा 11 जुलाई से 9 अगस्त तक, यानी 30 दिन चलेगी।