Kanpur: भिवानी-प्रयागराज कालिंदी एक्सप्रेस के गुजरने से ठीक पहले कानपुर में रेल पटरियों पर एलपीजी सिलेंडर रखे जाने की घटना की जांच के लिए एक विशेष टीम का गठन किया गया है। मीडिया से बात करते हुए पुलिस कमिश्नर अखिल कुमार ने कहा कि “खुफिया ब्रांच और एटीएस के सहयोग से आरोपितों को गिरफ्तार करने के लिए एक विशेष टीम का गठन किया गया है।”
उन्होंने कहा कि हम अब अलग-अलग पहलुओं से जांच कर रहे हैं और अभी शुरुआती जांच में कुछ भी नहीं कहा जा सकता। अधिकारी ने कहा कि “हम मौके पर मिले सबूतों के आधार पर यह पहचानने की कोशिश कर रहे हैं कि इन सबके पीछे कौन है।”
घटनास्थल पर पेट्रोल की एक बोतल और माचिस की डिब्बियां भी मिलीं, जो तोड़फोड़ की ओर इशारा कर रही हैं, सतर्क लोको पायलट की वजह से हादसा टल गया, क्योंकि एलपीजी सिलेंडर से टकराने के बाद ट्रेन एकदम से रुक गई। अधिकारियों ने कहा कि मामले में एफआईआर दर्ज की गई है और मामले की जांच के लिए उत्तर प्रदेश के आतंकवाद निरोधक दस्ते (एटीएस) सहित कई एजेंसियों की टीमों का गठन किया गया है। पुलिस ने बताया कि ट्रेन करीब 20 मिनट तक घटना स्थल पर रुकी रही और फिर उसे जांच के लिए बिल्हौर स्टेशन पर रोका गया।
पुलिस कमिश्नर अखिल कुमार ने बताया कि “देखिए यहां पर मौके पर अवगत किए हैं कि साढ़े आठ बजे कालिंदी एक्सप्रेस को कल शाम एक सिलेंडर से इंपेक्ट हुआ है और सिलेंडर घटना स्थल पर मिला भी है, तो इस घटना पर जो भी है आरोपित, उसको पकड़ने के लिए उसकी तलाश करने के लिए, उसको पकड़ने के लिए, उसका पता लगाने के लिए हम लोगों ने विशेष टीम गठित कर दी है। हमारे जीसीपी वेस्ट के नेतृत्व में कई टीमें हैं। इसके साथ हमारी इंटेलिजेंस ब्रांच और जो प्रदेश की एटीएस है वो भी यहां पर आकर देख गई है, वो भी अपने स्तर से इस पर छानबीन कर रहे हैं। अभी हम सभी पहलुओं पर छानबीन कर रहे हैं। अभी कोई भी चीज कंक्लूसिवली इस स्टेज पर नहीं कहा जा सकता है। ये घटना क्यों और किस कारणों से हुई है। अभी हम कोशिश कर रहे हैं कि हमें जो मौके से साक्ष्य मिले हैं उन डोट्स को कनेक्ट करके हम इस घटना के पीछे जो भी व्यक्ति हैं हम वहां तक पहुंचेंगे। तो हम वहां तक पहुंचेंगे तो फिर हम ये घटना क्यों की गई उसका उद्देश्य क्या था वो भी पता लग जाएगा।”