Hartalika Teej: उत्तर प्रदेश में हरतालिका तीज का त्योहार बड़ी धूमधाम से मनाया जा रहा है, वाराणसी के पंचगंगा घाट पर बने मंगला गौरी मंदिर में काफी संख्या में महिलाएं पूजा-अर्चना करने पहुंची है।
हरतालिका तीज का त्योहार मुख्य रूप से उत्तर-भारत में मनाया जाता है। इस दिन शादीशुदा महिलाएं कठोर व्रत रखती हैं और वैवाहिक सुख, समृद्धि और सौभाग्य की कामना करती हैं।
श्रद्धालु सारिका रस्तोगी ने बताया कि “इस व्रत को माता पार्वती ने शंकर जी को प्राप्त करने के लिए किया था, उन्होंने बिना खाए-पीए कितने सालों तक उन्होंने केवल पानी पीकर फिर, उसके बाद हवा पीकर, पत्ति खाकर कितने सालों तक उन्होंने केवल शंकर जी को प्राप्त करने के लिए ये व्रत किया था। इसीलिए इस दिन की मान्यता है,। ये मंगला गौरी हैं, इनका सब लड़कियों को ये व्रत करना चाहिए और ये लड़कियों का ही मेन व्रत है।”
“आज के दिन सब लोग पूजा करते हैं मंगला गौरी की और इसमें जितनी कुंवारी लड़कियां होती है उसमें विशेष पूजा की जाती है उनसे। जो हम लोग पार्वती जी की पूजा करते हैं और ये उनका ही मंगला गौरी का एक रूप है।
इस दिन महिलाएं सिंदूर, चूड़ियां, बिंदी और सुहाग का सामान चढ़ाती हैं और पति की लंबी उम्र के लिए प्रार्थना करती हैं, जबकि अविवाहित महिलाएं अच्छे पति की कामना के लिए व्रत रखती है।
इसके साथ ही पुजारी मयंक पांडे ने बताया “विशेष महादेव जी को प्रसन्न करने के लिए यहां माता पार्वती जी ने जो है तपस्या किया था। तो आज के दिन महादेव जी ने माता जी को आशीर्वाद दिया कि हम आपको पति रूप में प्राप्त होंगे। इसी से सारी सौभाग्यवती महिलाएं और जिनका विवाह नहीं हो रहा है वो अपने वर को प्राप्त करने के लिए और अखंड सौभाग्य के लिए आज के दिन दर्शन होता है।
हरतालिका तीज अगस्त या सितंबर के महीने में भाद्रपद माह की तृतीया तिथि को मनाई जाती है। ये गणेश चतुर्थी से ठीक पहले आती है।