Covid alert: उत्तर प्रदेश में कोविड-19 के सक्रिय मरीजों की संख्या भले ही 40 पर कम हो, लेकिन राज्य के स्वास्थ्य अधिकारी कोई जोखिम नहीं उठा रहे हैं और वायरस के प्रसार के खिलाफ सतर्क हैं।
लखनऊ में संजय गांधी स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान के निदेशक डॉ. आरके धीमान के अनुसार ये वैरिएंट मूल रूप से उन लोगों को प्रभावित कर रहा है, जिन्हें पहले से कोई बीमारी है। हालंकि इस वैरिएंट में मृत्यु की संभावना बेहद कम है।
उन्होंने कहा कि एसजीपीजीआई में कोविड की जांच कराने वाले शख्स के लिए एक अलग वार्ड बनाया गया है। अभी तक अस्पताल में केवल एक ही पॉजिटिव मामला है।
प्रोफेसर और निदेशक डॉ. आर. धीमान ने बताया कि “यह जो वैरिएंट का नाम है, नाम है JN1 और ये सब-वैरिएंट है ओमिक्रॉन का, पहले वाले का ही। इसकी जो कहना चाहिए, बहुत ज्यादा मार भी नहीं है, बिल्कुल जैसे कोल्ड होता है न, आपको कोल्ड हुआ, फिर ठीक हो गया जैसे। फिर डेथ बहुत ज्यादा नहीं करता है। उसमें करता है, जिसमें मरीज पहले से ही बीमार है।”