CM Yogi: अंतरराष्ट्रीय जैव विविधता दिवस के मौके पर, लखनऊ के इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राष्ट्रीय संगोष्ठी-2025 का उद्घाटन किया। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने, पर्यावरण संरक्षण के लिए सामूहिक जिम्मेदारी और सहभागिता पर जोर दिया।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि “सेमिनार में यहां प्रायोजित किया गया है, जिसका विजन ही इस बात को लेकर के है कि हम लोग इस अवसर पर एक हार्मोनी विद नेचर एंड सस्टेनेबल डेवलपमेंट, यानि प्रकृति और सतत विकास में समन्वय एक सामंजस्य कैसे हम बना सकें।”
सेमिनार की थीम ‘प्रकृति के साथ सामंजस्य और सतत विकास’ है। संगोष्ठी के दौरान, मुख्यमंत्री ने जैव विविधता पर आधारित प्रदर्शनी का जायजा लिया, और स्टॉल पर जाकर उत्पादों की जानकारी ली। साथ ही उन्होंने ग्रीन बजट और जैव विविधता पुस्तिका का विमोचन किया। चित्रकला, निबंध लेखन और वाद-विवाद प्रतियोगिताओं में विजेता छात्र-छात्राओं को पुरस्कार भी दिया। सीएम योगी ने कार्बन क्रेडिट के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वालों को 10,000 रुपये की प्रोत्साहन राशि भी दी। प्रदेश के वन मंत्री अरुण कुमार सक्सेना बताया कि जीवों को बचाने के लिए आपस में सामंजस्य बेहद जरूरी है।
वन मंत्री डॉ. अरुण कुमार सक्सेना ने बताया कि “यह इंटरनेशनल लेवल पर बनाया गया है। मकसद ये था कि सभी एनिमल्स में आपस में सामंजस्य रहना चाहिए। और तभी हमारी पृथ्वी रह सकती है। पृथ्वी में जितने भी हैं, उनका, सबका, एनिमल्स का आपस में सामंजस्य होगा, तभी वो रहेंगे। वर्ना नहीं रहेंगे। तो हम लोगों का प्रयास यही है कि जितने भी जीव हैं, पेड़-पौधे हों, जन्तु हों, सभी जीवित रहें, और जो एक्सटिंक्ट हो रहे हैं, उनको एक्सटिंक्ट होने से रोका जाए।”
सेमिनार में शामिल हुए अलग- अलग हिस्सों से आए प्रतियोगियों ने पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया, और इस पहल को जैव विविधता के लिए अहम कदम बताया। आयोजकों का कहना है कि तो इसमें बेसिकली बताना चाहती है गवर्मेंट कि क्या-क्या चेंजेज आ रहे हैं, जिसकी वजह से इफेक्ट कर रहे हैं एनिमल्स में और जितने फ्लोरा हैं, फाउना हैं, तो उसके लिए प्रोग्राम आयोजित किया गया है, ताकि लोगों में अवेयरनेस आ सके और वो ज्यादा से ज्यादा इस इनिशियेटिव के लिए काम कर सकें और बचा सकें एनवायरमेंट।”
पर्यावरण में लगातार हो रहे बदलाव के प्रति जागरूक करने के लिए, वैश्विक स्तर पर जैव विविधता संरक्षण दिवस की शुरुआत हुई। सीएम योगी ने आधुनिक विकास के मॉडल को पर्यावरण के लिए हानिकारक बताया, और इसे बचाने के लिए प्राकृतिक उपायों को अपनाने पर ज़ोर दिया।