Braj Holi: होली का त्योहार आने में समय है, लेकिन उत्तर प्रदेश के वृंदावन में वसंत पंचमी के साथ होली शुरू हो गई। उत्तर प्रदेश के बृज क्षेत्र में 40 दिन तक होली मनाई जाती है। इस क्षेत्र में मथुरा, वृंदावन, आगरा और हरियाणा के कुछ हिस्से आते हैं। यहां की संस्कृति और परंपराओं में डूबी होली का त्योहार दुनिया भर में मशहूर है।
माना जाता है कि ये क्षेत्र भगवान श्री कृष्ण से जुड़ा हुआ है। यहां उनका बचपन बीता था, मशहूर बांके बिहारी मंदिर में सोमवार को भगवान बांके बिहारी को गुलाल लगाकर होली की शुरुआत हुई। इस दौरान हजारों श्रद्धालु मौजूद थे।
सेवायत प्रभु गोस्वामी ने बताया कि “आज वसंत पंचमी का दिन है। वसंत पंचमी से सवा महीने तक बिहारी जी महाराज रंगों से सराबोर रहते हैं और रोज ही होली खेलते हैं। ठाकुर जी के गालों पर आज से सवा महीने तक गोल चप्पे लगाए जाते हैं। गुलाल लगाया जाता है ठाकुर जी के गालों पर। और आज के दिन बिहारी जी को पीली रंगी पोशाक धारण कराई जाती है और साथ में हलवे का, मेवा का स्पेशल भोग आज के दिन बिहारी जी को धारण कराया जाता है यहां पर।”))
वसंत पंचमी के दिन बांके बिहारी को पीले रंग के कपड़े पहनाए जाते हैं। बांके बिहारी भगवान श्री कृष्ण का ही दूसरा नाम है। ये नाम बाल कृष्ण के प्यारे और नटखट स्वभाव के अनुरूप है।
श्रद्धालुओं को प्रसाद के रूप में गुलाल दिया जाता है। वे प्रतीक के रूप में भगवान को और फिर एक-दूसरे को गुलाल लगा कर होली मनाते हैं। श्रद्धालुओं का कहना है कि “बहुत ही बढ़िया। मजेदार होली हुई है। मोबाइल खो गया, बांके बिहारी के चमत्कार से हमारा मोबाइल वापस मिल गया। अद्भुत दर्शन हो गए, सब बिहारी जी की लीला है।
वसंत पंचमी से शुरू होकर 40 दिन तक हर रोज बांके बिहारी को गुलाल लगाया जाएगा और अलग-अलग विधि-विधान से पूजा पाठ होगा। खास दिनों पर भगवान को अलग-अलग रंग के कपड़े पहनाए जाएंगे। इस पूरी अवधि में वृंदावन और मथुरा में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ होगी।