Bird Flu: बर्ड फ्लू के बढ़ते खतरे के बीच गोरखपुर और इटावा के बाद उत्तर प्रदेश सरकार ने लखनऊ और कानपुर के चिड़ियाघरों को भी एक हफ्ते के लिए बंद करने का आदेश जारी किया है, अधिकारियों ने बताया कि गोरखपुर के शहीद अशफाकउल्ला खां चिड़ियाघर में एक बाघिन में बर्ड फ्लू की पुष्टि होने के बाद गोरखपुर और इटावा में भी इसी तरह के एहतियाती कदम उठाए गए थे।
प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वन्यजीव) अनुराधा वेमुरी ने मंगलवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में हुई एक उच्च स्तरीय बैठक में जारी निर्देशों के अनुरूप लखनऊ और कानपुर के चिड़ियाघरों को भी सात दिनों तक बंद रखने का आदेश दिया। इस फैसले का उद्देश्य वायरस के किसी भी संभावित संक्रमण को रोकना और चिड़ियाघरों और पोल्ट्री फार्मों में निगरानी बढ़ाना है। मुख्यमंत्री ने विभागों में तत्काल और समन्वित कार्रवाई की आवश्यकता पर बल दिया।
उन्होंने कहा, “चिड़ियाघरों, पक्षी अभयारण्यों, आर्द्रभूमि, गौशालाओं और राष्ट्रीय उद्यानों में जानवरों और पक्षियों की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता होनी चाहिए। सभी अधिकारियों को केंद्र और राज्य सरकारों के दिशा-निर्देशों के अनुसार तत्परता से काम करना चाहिए।” उन्होंने निर्देश दिया कि सभी चिड़ियाघर परिसरों को नियमित रूप से साफ किया जाए, जानवरों की लगातार स्वास्थ्य जांच की जाए और जानवरों के भोजन और पानी के स्रोतों की पूरी तरह से जांच की जाए। वन और स्वास्थ्य विभाग हाई अलर्ट पर हैं, चिड़ियाघर और सफारी के कर्मचारियों को ड्यूटी के दौरान मास्क, दस्ताने और पीपीई किट जैसे सुरक्षात्मक गियर का उपयोग करने का निर्देश दिया गया है। गोरखपुर चिड़ियाघर में रखी गई एक बाघिन की बर्ड फ्लू से मौत होने की पुष्टि की गई थी।
वन मंत्री अरुण कुमार सक्सेना ने पुष्टि की कि गोरखपुर में मरने वाली बाघिन में बर्ड फ्लू पाया गया था। सक्सेना ने कहा, “लैब रिपोर्ट में बाघिन में बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई है। नतीजतन, न केवल चिड़ियाघरों में बल्कि पूरे राज्य में पोल्ट्री फार्मों में भी निगरानी बढ़ा दी गई है। कर्मचारियों को सख्त जैव सुरक्षा उपायों का पालन करने का निर्देश दिया गया है।”
उन्होंने बताया कि आदेश के तहत बंद किए गए चिड़ियाघरों में गोरखपुर चिड़ियाघर, इटावा लॉयन सफारी व लखनऊ चिड़ियाघर, कानपुर चिड़ियाघर शामिल हैं। इस बीच, लखनऊ चिड़ियाघर की निदेशक अदिति सिंह ने कहा कि राजधानी के चिड़ियाघर में बर्ड फ्लू का कोई मामला सामने नहीं आया है, लेकिन एहतियात के तौर पर चिड़ियाघर को एक हफ्ते के लिए बंद कर दिया गया है।
उन्होंने कहा कि “सभी जानवरों पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है, सप्ताह के अंत में स्थिति की समीक्षा के बाद इसे फिर से खोलने का फैसला लिया जाएगा।” बर्ड फ्लू या एवियन इन्फ्लूएंजा एक संक्रामक वायरल बीमारी है जो मुख्य रूप से पक्षियों को प्रभावित करती है, लेकिन दुर्लभ मामलों में, अगर वायरस जोर पकड़ता है तो यह स्तनधारियों और यहां तक कि मनुष्यों में भी फैल सकती है। विजिटर रोहित सिंह ने बताया कि “यहां भी बंद पड़ा हुआ है पूरा सन्नाटा पसरा हुआ है। टिकट घर पर गए थे तो वहां बताया जा रहा है कि यहां पर बंद है। संक्रमण फैला हुआ है और इस चक्कर में बंद कर रखा है।
लखनऊ चिड़ियाघर के निदेशक अदिति सिंह ने कहा कि “सभी जू के लिए आदेश किया गया है कि जू बंद कर दिया जाए । उसी के अंर्तगत लखनऊ जू को भी बंद कर किया गया है। लेकिन मैं यहां पर ये स्पष्ट कर दूं कि लखनऊ जू में ऐसा कोई केस नहीं है और बर्ड फ्लू का पुष्टि लखनऊ जू में नहीं हुई है जो भी प्रोटोकॉल्स एनीमल हसबेंडरी डिपार्टमेंट ने जारी किए हैं जो हमको सेंट्रल जू अथॉरिटी के माध्यम से प्राप्त हुए हैं उनका संपूर्ण रूप से पालन किया जा रहे हैं। अच्छे से पालन किया जा रहा है। मेरी वेटरनरी की टीम जो है सक्षम है वो लगातार सभी जानवरों पर चौबीस घंटे नजर बनाए हुए है। यदि किसी भी जानवर में किसी भी प्रकार के फ्लू के या अन्य कारणों से कोई डिजिज दिखती है तो हम लोग इमिडिएटली जो भी एक्शन लेना है वो हम लेंगे।”
उत्तर प्रदेश के वन मंत्री अरुण कुमार सक्सेना ने कहा कि “सभी जू के अंदर एक हफ्ते को बंद करने के साथ ही साथ वहां पे सेनिटाइजेशन का काम खास तौर से जोड़ दिया गया कि वहां पर चूना छिड़का जाए। इंसेक्टिसाइड का स्प्रे हो और वहां पे सफाई रखी जाए। सब धुलाई हो। एनिमल्स को जो खाना आता है उसकी जांच हो कि जो खाना आता है कि खाने में तो कोई ऐसी चीज नहीं है। पानी की जांच हो कि क्या वजह है।”