Barabanki: उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले के रहने वाले निमित सिंह ने मधुमक्खी पालन को न केवल एक व्यवसाय के रूप में बल्कि इसे मजबूत आर्थिक जरिया बनाने के लिए मिशन के तौर पर शुरू किया। 32 साल के बी.टेक ग्रेजुएट निमित सिंह ने अपने ब्रांड को ‘मधुमक्खीवाला’ के नाम से पेश किया, जिसका शाब्दिक अर्थ है ‘मधुमक्खियों को पालने वाला’। उन्होंने शहद की प्रोसेसिंग के लिए बाराबंकी और लखनऊ में कई यूनिट को स्थापित किया है। निमित ने प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य प्रसंस्करण योजना के तहत बागवानी विभाग से मिले सहयोग से और बिना किसी कॉर्पोरेट सहायता के अपना व्यवसाय खड़ा किया है। उन्होंने ब्रांड का निर्माण और विपणन चैनल खुद ही विकसित किया।
मधुमखीवाला की इस शानदार कोशिश का फल 2,000 से अधिक महिलाओं को भी मिल रहा है, जिन्हें उन्होंने रोजगार दिया है। उनकी कामयाबी को देखते हुए हाल ही में एक प्रबंधन स्कूल ने उनके व्यवसाय मॉडल को बतौर केस स्टडी लिया है। साल 2022 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने रेडियो संबोधन ‘मन की बात’ में निमित के प्रयासों की सराहना कर चुके हैं और उन्हें आत्मनिर्भर उद्यमिता के प्रतीक के रूप में मान्यता भी दी थी।
निमित सिंह की पत्नी पूजा ने कहा, “ये स्टोरी जो हमारे हसबैंड की है, ये जो छपी हुई है इससे हम लोगों को बहुत खुशी है। हमारे परिवार को बहुत खुशी है। ये इनकी मेहनत का फल है। मेरी शादी को तीन साल हो गया है। मैंने देखा है ये 24 घंटे अपने इस कार्य के पीछे लगे रहते हैं। आज इसी मेहनत का इनको फल मिला है। मुझे ये जानकर बहुत खुशी हुई है कि देश के सभी छात्रों को इसके बारे में नॉलेज होगा। विदेश के सभी छात्रों को नॉलेज होगा।”
जिलाधिकारी शशांक त्रिपाठी का कहना था, “जो श्री निमित सिंह जी हैं उन्होंने बड़ा अच्छा इनिशिएटिव लिया है। बहुत उच्च स्तर की उपलब्धियां प्राप्त कर के, बड़ी अच्छी पढ़ाई कर के, वो वापस बाराबंकी जनपथ में आए और उन्होंने कुछ यहां पर नया करने का सोचा था। यहां जो समूह की महिलाएं हैं, स्वंय सहायता समूह की महिलाएं हैं, उनके साथ सहयोग लेते हुए उन्होंने मधुमक्खीवाला नाम से एक ब्रांड डेवलप किया, जिससे समूह की महिलाओं को भी लाभ होता है और उनका ब्रांड भी अच्छा चल रहा है।”