Ayurved Mahakumbh : मेरठ के चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय में आयुर्वेदिक महाकुंभ का शुभारंभ हो गया है, आयुष मंत्रालय की तरफ से देश भर में हर साल पांच आयोजन होते हैं। इसी के तहत चौथा आयोजन मेरठ में आयोजित किया जा रहा है…. सम्मेलन में सीएम योगी आदित्यनाथ, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड और प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल शामिल हुए, इसमें शामिल होने वाली 50 आयुर्वेदिक कंपनियों को पुरस्कृत भी किया।
Ayurved Mahakumbh :
देशभर में आयुष मंत्रालय की तरफ से आयुर्वेद के प्रचार के लिए आयुर्वेद पर्व मनाया जा रहा है, इस आयुर्वेद पर्व का आयोजन देश के 5 शहरों में होना है। इसके तहत उत्तर प्रदेश के मेरठ में एक आयुर्वेद पर्व मनाया जा रहा है। इस तीन दिन के इस आयुर्वेदिक महासम्मेलन में वैज्ञानिक गोष्ठियों का भी आयोजन किया गया, जिसमें विशेषज्ञ छात्र-छात्राओं के सवालों के जवाब दिए, इस सम्मेलन में शिरकत करते हुए प्रदेश की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने कहा कि आयुर्वेद का प्रचार-प्रसार किया जा रहा है, आयुर्वेद सर्वे भवन्तु सुखिन: के दर्शन पर आधारित है। भारत आयुर्वेद का मूल स्थल है… हमारा योग आज विश्व अपना रहा है। केंद्र सरकार के आयुष मंत्रालय और आयुष संबंधित तमाम योजनाओं की मदद से युवा स्टार्टअप में भी आयुर्वेद अब अपनी जगह बना रहा है और आज हमें स्वस्थ रहने के लिए आयुर्वेद को अपनाने की जरूरत है।
Ayurved Mahakumbh : मेरठ में शुरू हो रहे आयुर्वेदिक महाकुंभ में शिरकत करते हुए प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि “कोरोना के समय में आयुर्वेद का महत्व सब समझ चुके हैं। आज यूपी में अपना आयुष विश्वविद्यालय है, सीएम योगी ने कहा कि आयुर्वेद की शिक्षा यानी ‘डिग्री एक काम अनेक’ एक BMS डॉक्टर कई तरह से रोजगार पा सकता है। आज आयुर्वेद डॉक्टर्स के लिए सरकारी नौकरी है, वो चाहे तो हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर खोल सकते हैं। आयुर्वेद का चलन फिर बढ़ गया है, समारोह में सीएम योगी ने कहा कि आयुर्वेद महासम्मेलन चिकित्सा के क्षेत्र में मील का पत्थर साबित होगा। आयुर्वेद चिकित्सा को अब विश्व स्तर में पहचान मिलने लगी, इस सम्मेलन के जरिए हम एकबार फिर से लोगों को न केवल आयुर्वेद को लेकर जानकारी देगे इसी के साथ समारोह में आए आयुर्वेद के जानकारों और छात्रों को भी इस संबंध में चर्चा की।
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मेरठ में आयोजित होने वाले इस आयुर्वेदिक महाकुंभ में 100 से अधिक शोधपत्र भी पढ़े गए, तीन दिन तक चलने वाले इस आयुर्वेदिक महाकुंभ के आयोजन में एक हजार से अधिक स्टूडेंट्स शामिल होकर आयुर्वेद के संबंध में जानकारी लेंगे। महाकुंभ के समापन अवसर पर 50 आयुर्वेदिक कंपनियों को आयुर्वेद में किये गए कामों को लेकर पुरस्कृत भी किया जाएगा।