Ayodhya: राम लाल के प्राण प्रतिष्ठा समारोह से पहले अयोध्या विकास प्राधिकरण शहर को देश का पहला सस्टीनेबल सिटी का दर्जा दिलाने के लिए तैयार है। अयोध्या विकास प्राधिकरण ने अरहास टेक्नोलॉजीज के साथ मिलकर भारत के पहले सस्टीनेबल सिटी का इंडेक्स जारी किया है। इसे वैदिक सिटी सस्टीनेबल इंडेक्स कहा जाता है।
इंडेक्स के 10 मानक हैं। ये मुख्य रूप से हरियाली , बायो डाइवर्सिटी, जल संरक्षण, वेस्ट मैनेजमेंट और सामुदायिक कल्याण पर आधारित हैं। इंडेक्स के लिए 2020 को आधार साल बनाया गया है। इसके आंकड़े उपग्रह की तस्वीरों, एआई और सेंसर के जरिए जमा किए गए हैं।
परियोजना के पहले चरण में अरहास टेक्नोलॉजीज ने करीब 10 लाख डॉलर का इंवेस्टमेंट किया है, अयोध्या की मौजूदा आबादी 6,72,861 है। राम मंदिर तैयार होने के बाद यहां की आबादी बढ़ेगी। बढ़ती आबादी के साथ पर्यावरण और ईकोलॉजी पर उसके असर को देखते हुए इंडेक्स तैयार किया गया है। अरहास टेक्नोलॉजीज के सीईओ का कहना है कि “यह अयोध्या विकास प्राधिकरण के साथ-साथ अराहास टेक्नोलॉजीज के लिए एक बहुत ही महत्वपूर्ण मौका था क्योंकि देश में पहली बार पहला शहर सस्टेनेबिलिटी इंडेक्स में जा रहा है। जब किसी शहर के सस्टीनेबिलिटी की बात आती है तो ये स्कोरकार्ड स्कोर करता है। शहर सारे आंकड़े और हमारी कोशिशें जारी करेगा जाएगा।”
उन्होंने कहा कि “हमने एयर क्वालिटी इंडेक्स जैसे कुछ मापदंडों पर ध्यान दिया है। उदाहरण के लिए लैंड कवर मैनेजमेंट, जिसकी उम्मीद तब की जाती है जब आप तेजी से शहरीकरण करते हैं। विचार ये है कि इस इंडेक्स में नकारात्मक असर का ध्यान रखा जाएगा, जिसे अरहास टेक्नोलॉजीज अयोध्या विकास प्राधिकरण को बताएगी।”