Ayodhya: राम मंदिर ट्रस्ट ने 22 जनवरी को “प्राण प्रतिष्ठा” या अभिषेक समारोह से पहले तैयारियों और सुरक्षा व्यवस्था पर चर्चा करने के लिए अयोध्या में जिला अधिकारियों के साथ बैठक की। इस बैठक में श्री राम तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय, कमिश्नर गौरव दयाल, जिलाधिकारी नीतीश कुमार, आईजी प्रवीण कुमार, एसएसपी राज करन नैय्यर और एडीजी जोन पीयूष गोर्डिया मौजूद रहे।
कमिश्नर गौरव दयाल ने बताया कि बैठक में अतिथि-सूची, बैठने की व्यवस्था, अतिथियों को पास, अतिथि-सूची में श्रेणियां, वीआईपी पहुंच और दूसरे मुद्दों पर स्पष्टता के लिए चर्चा की गई। सुरक्षाकर्मियों की तैनाती पर उन्होंने कहा कि अभी सुरक्षाकर्मियों की संख्या बताना संभव नहीं है, लेकिन पुलिस, केंद्रीय अर्धसैनिक बल सको तैनात किया जाएगा। 20-21 जनवरी की रात को भारी ट्रैफिक को अयोध्या में प्रवेश करने से रोक दिया जाएगा।
अधिकारी ने बताया कि 21 तारीख की सुबह से केवल पास वाले वाहनों को ही प्रवेश की अनुमति होगी। इसके साथ ही 22 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा “प्राण प्रतिष्ठा” या राम लला की मूर्ति के अभिषेक समारोह के बाद 70 एकड़ में फैला मंदिर जनता के लिए खुला रहेगा।
अयोध्या कमिश्नर गौरव दयाल ने बताया कि “22 तारीख को “प्राण प्रतिष्ठा” होना है, उसके संबंध में आज चर्चा की गई, गेस्ट लिस्ट कितनी बड़ी है और उसमें क्या-क्या कैटेगरी बनाई है किस प्रकार से। वहां पर सिटिंग की जाएगी, मेहमानों को पास, अतिथि-सूची में श्रेणियां, उन्हें प्रवेश कैसे दिया जाए इन सब चीजों पर चर्चा हुई है। मैं मानता हूं कि बड़ी सार्थक बैंठक हुई थी। बहुत ढंग से उस दिन “प्राण प्रतिष्ठा” का कार्यक्रम संपन्न हो जाए, इसके लिए हम लोग प्रयास कर रहे हैं। ट्रस्ट ने बहुत अच्छा प्लानिंग पहले से किया हुआ है और हम लोग भी कुछ इनपुट उनको दे रहे हैं। ताकि और बेहतर प्लानिंग हो सकें।”
इसके साथ ही सिविल पुलिस, केंद्रीय अर्धसैनिक बल, पैरा मिलिट्री फोर्स सबको तैनात किया जाता है। चूंकि उस दिन माननीय प्रधानमंत्री जी आएंगे, माननीय मुख्यमंत्री जी होंगे और जितने भी अति विशिष्ट लोग होंगे। तो ये सभी को सिक्योर रखना हमारी सबसे बड़ी जिम्मेदारी वही है। उसके हिसाब से जो भी आवश्यकर सुरक्षा व्यवस्था दी जानी है वो दिया जाएगा। तो हम 20-21 जनवरी की रात से भारी ट्रैफिक को डायवर्ट करेंगे। उन्हें अयोध्या में प्रवेश नहीं करने दिया जाएगा। 21 तारीख की सुबह से केवल पास धारी वाहनों को ही प्रवेश की अनुमति होगी। केवल भाग लेने वाले लोगों या लोकल निवासियों को ही शहर में अनुमति दी जाएगी।”