Ayodhya: काशी तमिल संगमम के चौथे संस्करण में हिस्सा लेने वाले 212 तमिल प्रतिनिधियों के पहले जत्थे का रामनगरी अयोध्या पहुंचने पर भव्य स्वागत किया गया। अयोध्या पहुंचने से पहले इन तमिल मेहमानों ने वाराणसी में काशी विश्वानाथ मंदिर में दर्शन किए और प्रयागराज में त्रिवेणी संगम पर आस्था की डुबकी लगाई। प्रतिनिधियों ने यात्रा का आयोजन करने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार और केंद्र सरकार का आभार जताया।
काशी तमिल संगमम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की एक खास पहल है। इस साल का संस्करण ‘तमिल करकलम’, यानी ‘आइए तमिल सीखें’ पर आधारित है, जिसमें भाषा और भाषा की एकता को संगमम के केंद्र में रखा गया है।
काशी तमिल संगमम का चौथा संस्करण दो दिसंबर को वाराणसी में शुरू हुआ। यह कार्यक्रम पहली बार 2022 में आयोजित किया गया था। इसका मकसद वाराणसी और तमिलनाडु के बीच पुराने रिश्तों को फिर से जिंदा करना है।