Ayodhya: अयोध्या के राम मंदिर में लगने वाले सात ध्वजस्तंभों को अहमदाबाद में पीतल के बर्तन बनाने वाली एक कंपनी तैयार कर रही है। इसमें से छह ध्वजस्तंभ की लंबाई लगभग 20 फीट और वजन 750 किलोग्राम होगा। एक मुख्य ध्वजस्तंभ होगा, जो मंदिर के गर्भगृह के ऊपर लगेगा।
इन सात ध्वजस्तंभों के अलावा, श्री अंबिका इंजीनियरिंग वर्क्स ने मंदिर में इस्तेमाल होने वाली पीतल की कई और चीजें भी बनाई हैं, अगले साल 22 जनवरी को होने वाले प्राण प्रतिष्ठा समारोह में मुख्य ध्वजस्तंभ भी लगाया जाएगा।
फैक्ट्री मालिक ने इस बात पर खुशी जताई कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उनकी फर्म से तैयार किए गए ध्वजस्तंभ पर झंडा फहराएंगे। अगले साल 22 जनवरी को अयोध्या में होने वाले अभिषेक समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और देश भर के हजारों संतों को आमंत्रित किया गया है।
इंजीनियरिंग वर्क्स का कहना है कि “जो ध्वज दंड है वो 5500 केजी का है और उसमें पूरा का पूरा पीतल लगा हुआ है। पीतल जो है, वो भी हाईग्रेड पीतल है। उसकी लंबाी जो है 44 फुट है। और बहुत ही अपने आप में एक यूनिक पीस है। युद्ध स्तर पर बोले तो दिन-रात काम चलता था और लगभग छह महीने से ये काम चल रहा है। 25 आदमी हैं मेरे, वो दिन-रात इस पर काम करते थे और पूरा मन लगाकर उन्होंने काम किया। मंदिर में जो ब्रास का कड़ा लगने वाला है, घंट के, झूमर के, फैंस, कोई भी चीज को हैंग करना है, सैंडेलियर, उसके लिए भी हमने ब्रास का स्पेशल कस्टमाइज कड़ा हमने बना के भेज दिया है।”
उनका कहना है कि यह ध्वजदंड का प्राण प्रतिष्ठा होगा, मंदिर में तीन की प्रतिष्ठा होती है। एक भगवान जी का मूर्ति, दूसरा ध्वजदंड और तूसरा कलश। सबकी प्राण प्रतिष्ठा एक ही टाइम में होती है, तो इसी हिसाब से ये ध्वजदंड बहुत ही महत्वपूर्ण चीज है। सालों तक हजार सालों तक इसको कुछ नहीं होने वाला है, ऐसा हम लोगों ने जो हाई ग्रेड पीतल यूज किया हुए है इसमें। और सभी में, जैसे हार्डवेयर बोलते हैं डोर्स के, उसका भी जो पीतल यूज किया हुआ है, सभी में हाई ग्रेड यूज किया हुआ है। मेरे बनाए हुए ध्वजदंड में प्राइम मिनिस्टर, हमारे प्राइम मिनिस्टर मोदी जी ध्वजा लहराएंगे, तो उससे तो ज्यादा कोई खुशी है ही नहीं लाइफ में।”