Ayodhya: रामनगरी अयोध्या शहर अब देश और दुनिया के नक्शे पर नए स्वरूप में सज और संवर रही है, अयोध्या की सांस्कृतिक और प्राचीन विरासत का संरक्षण और संवर्धन हो रहा है। जिसके लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 4 जनवरी 2024 को श्री अयोध्या जी तीर्थ विकास परिषद का गठन किया। इसका प्रमुख उद्देश्य अयोध्या में विश्वस्तरीय पर्यटन सुविधाओं का विकास करना है।
अयोध्या तीर्थ विकास परिषद के अध्यक्ष खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ हैं, विकास परिषद के सीईओ की देख रेख में अयोध्या का कायाकल्प हो रहा है। रामनगरी में दशरथ समाधि स्थल,रामलला के आंगन में स्थित रंग महल राम कचहरी चारों धाम और राम जानकी मंदिर करतालिया बाबा का मंदिर और वशिष्ठ मंदिर समेत 37 प्राचीन मंदिरों का जीर्णोद्धार हो रहा है।
श्री अयोध्या जी तीर्थ विकास परिषद अयोध्या आने वाले भक्तों के लिए भी बड़े पैमाने पर काम कर रहा है, अयोध्या ही नहीं अयोध्या के आसपास के प्राचीन तीर्थस्थलों को भी विकसित किया जा रहा है। फिर चाहे वो दशरथ समाधि स्थल हो या फिर भरत जी की तपोस्थली हो। दूरदराज से अयोध्या पहुंच रहे श्रद्धालु भी अयोध्या के विकास को देखकर सम्मोहित है और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का आभार जता रहे हैं।
प्रतिदिन लाखों की संख्या में भक्त अयोध्या पहुंच रहे हैं, रामनगरी की मनमोहक तस्वीर को देखकर भाव विभोर हो रहे हैं। तीर्थ पर्यटन के साथ-साथ अयोध्या धार्मिकता का भी संदेश दे रहा है। यानी अयोध्या को विश्व स्तरीय पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ हर कदम उठा रहे हैं।