Ayodhya: उत्तर प्रदेश के अयोध्या में झूलन उत्सव शुरू होने के साथ भक्ति का माहौल छा गया है। झूलन उत्सव सदियों पुरानी परंपरा है, जो मानसून के मौसम में आस्था और उत्सव का अद्भुत संगम है।
सावन के महीने में शुक्ल पक्ष की तृतीया से भगवान राम की मूर्तियों को शहर भर के मंदिरों से निकाला जाता है और मणि पर्वत पर खूबसूरती से सजे झूलों पर बिठाया जाता है। इस दौरान मणि पर्वत त्योहार का केन्द्र होता है। बड़ी संख्या में श्रद्धालु अपने प्रिय राम लला की झूला लीला देखने के लिए यहां पहुंचते हैं।
भारी भीड़ को देखते हुए अयोध्या प्रशासन ने बहुस्तरीय सुरक्षा योजना लागू की है। पूरा मेला मैदान ड्रोन और सीसीटीवी कैमरों की लगातार निगरानी में है। धार्मिक मान्यता के अनुसार, जब माता सीता विवाह के बाद अयोध्या आईं, तो वे अपने साथ बहुमूल्य रत्न भी लाईं, जिन्हें इसी जगह पर रखा गया। बाद में ये जगह मणि पर्वत, यानी रत्नों की पहाड़ी के नाम से मशहूर हो गई।