Ayodhya: राम जन्मभूमि परिसर में आठ नवनिर्मित मंदिरों में मूर्तियों की स्थापना के साथ-साथ ‘राजा राम’ की प्राण-प्रतिष्ठा हुई, लेकिन भक्तों को अभी उसके दर्शन के लिए कुछ समय तक इंतजार करना होगा।
राम मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने कहा कि भक्तों को परिसर में छह मंदिरों में दर्शन करने की अनुमति मानसून के मौसम के खत्म होने के बाद ही दी जाएगी, क्योंकि निर्माण कार्य अभी भी चल रहा है।
चंपत राय ने कहा, “मंदिर में आम लोगों को शायद मानसून के मौसम के बाद ही प्रवेश अनुमति दी जाएगी, क्योंकि निर्माण कार्य अभी भी चल रहा है। वहां अभी भी मशीनें चल रही हैं, बड़े पत्थरों को क्रेन के जरिए ऊपर उठाया जा रहा है। भक्तों की सुरक्षा हमारी जिम्मेदारी है।”
राम मंदिर परिसर में रामलला के साथ कई देवों की प्रतिष्ठा की गई। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राम मंदिर के प्रथम तल पर राम दरबार और सात पूरक मंदिरों में अलग-अलग देवों को प्रतिष्ठित किया। इससे पहले प्रधानमंत्री ने पिछले साल जनवरी में राम लला की प्राण प्रतिष्ठा की थी।
राम मंदिर ट्रस्ट महासचिव चंपत राय ने बताया कि “अभी ऐसी स्थिति नहीं है कि परकोटा के छह मंदिरों में जनता को दर्शन के लिए अनुमित दी जाए। वो परिस्थितियां शायद, वर्षाकाल बीत जाने के बाद आ सकती है, क्योंकि अभी निर्माण के बहुत से काम चल रहे हैं। मशीनें चलती रहती हैं। बड़े-बड़े पत्थर क्रेन से उठाए जाते हैं, रखे जाते हैं। तो हमारा धर्म है, कर्तव्य है कि हम सुरक्षा पर पूरा ध्यान दें।”