Ayodhya: उत्तर प्रदेश के अयोध्या में राम लला और दूसरे मंदिरों के दर्शन और पूजा-पाठ करने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में बढ़ोतरी हुई है, मौनी अमावस्या के बाद 60 लाख से ज्यादा श्रद्धालु अयोध्या आ चुके हैं। इनमें कई लोग प्रयागराज के महाकुंभ में डुबकी लगाने के बाद यहां आए हैं।
हिन्दू कैलेंडर में मौनी अमावस्या को महत्वपूर्ण माना जाता है, इस दिन मौन रहने और गंगा जैसी पवित्र नदियों में स्नान करने की परंपरा है। भारी भीड़ के बावजूद श्रद्धालु राम मंदिर और दूसरी पवित्र जगहों के दर्शन के लिए किए गए इंतजाम से खुश थे।
श्रद्धालुओं का कहना है कि “रामलीला का सबका भला हो, सबका अच्छा हो, देश का भी अच्छा हो ये ही मांगा है, अपने भी कल्याण के लिए, सबके कल्याण के लिए आए हैं। रैली बहुत अच्छे दर्शन हुए सबको अच्छे दर्शन हुए हैं। भीड़ इतनी ज्यादा है, लेकिन दर्शन अच्छे से कराए जाए। अंदर की व्यवस्था अच्छी है, बहुत बाहर कन्जेस्टेड है।”
“बहुत अच्छा लगा रहा है, बहुत अच्छा लगा रहा है यहां कि दर्शन की व्यवस्था यहां की पुलिस प्रशासन ने पूरी संभाल रखी है व्यवस्था और बहुत कॉर्पोरेट कर रहे हैं। और हमको अच्छे से दर्शन करवा रहे हैं।”
अधिकारियों ने बताया कि पूरे शहर में बैरिकेड लगाए गए हैं और श्रद्धालुओं को रोकने के लिए सुविधाजनक जगह बनाए गए हैं।
अयोध्या कमिश्नर गौरव दयाल ने कहा कि “श्रद्धालुओं की संख्या लगातार आ रही है, बढ़ती जा रही है परंतु इसके बावजूद भी बहुत ही अच्छे ढंग से यहां श्रद्धालु रामलला का दर्शन कर रहे हैं और मंदिरों में जा रहे हैं। तो कहीं कोई दिक्कत नहीं है। हम लोग प्रोपर बैरिकेडिंग अच्छी करी हुई है कि कहीं पर कोई किसी को असुविधा न हो।”
अधिकारियों के मुताबिक जब तक प्रयागराज में महाकुंभ मेला चल रहा है, तब तक भारी संख्या में श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। इसे देखते हुए विस्तृत बंदोबस्त किए गए हैं, महाकुंभ मेला 26 फरवरी को खत्म होगा।