Ayodhya: उत्तर प्रदेश के अयोध्या में सरयू नदी के तट पर ‘पंचगव्य’ के स्टॉल लगाए गए हैं, ताकि जनवरी महीने में रामलला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह के दौरान तिरुपति मंदिर के लड्डू खाने वालों को शुद्ध किया जा सके।
अयोध्या में ज्योतिर्मठ के शंकराचार्य ने कहा कि जिसने भी समारोह के दौरान तिरुपति मंदिर का ‘प्रसाद’ खाया है, उसे शुद्ध होना चाहिए, जिसके बाद ‘पंचगव्य’ के स्टॉल लगाए गए हैं।
गोध्वज यात्रा के साथ अयोध्या पहुंचे शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद के निर्देश पर धर्मसेना प्रमुख संतोष दुबे के नेतृत्व में स्टॉल लगाए गए और लोगों को पंचगव्य दिया जा रहा है।
इस साल जनवरी में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के दौरान भी तिरुपति मंदिर से लाया गया लड्डू का प्रसाद बांटा गया था, माना जाता है कि पंचगव्य उन लोगों को शुद्ध करता है, जिन्होंने कथित तौर पर पशुओं की चर्बी वाले तिरुपति मंदिर के लड्डू खाए हैं।
श्रद्धालुओ का कहना है कि “सबकी शुद्धि के लिए ये कार्यक्रम शंकराचार्य जी के निर्देशन पर चलाया जा रहा है। ये अगले 10 दिन तक चलाया जाएगा। इसका एकमात्र उद्देश्य है कि जिन लोगों ने उस लड्डू को खाया है, वो मानसिक रूप से, शारीरिक रूप से और आध्यात्मिक रूप से अपवित्र हो चुके हैं। इसलिए उन्हें पंचगव्य खिलाकर के पवित्र किया जाएगा।”