Ayodhya: टूरिस्टों को लुभाने और उनके अनुभव को बेहतर बनाने के लिए, उत्तर प्रदेश सरकार के पर्यटन विभाग ने अयोध्या के घाटों पर नाव चलाने वालों को ट्रेंड करने का फैसला लिया है। इन्हें शहर के इतिहास के बारे में अलग-अलग भारतीय भाषाओं में ट्रेंड किया जाएगा।
अधिकारियों के मुताबिक इससे नाविक, टूरिस्टों के साथ आसानी से बातचीत कर सकेंगे। यूपी टूरिज्म के उप निदेशक राजेंद्र प्रसाद सिंह ने कहा कि हम जो प्रशिक्षण देते हैं उसमें अयोध्या के पूरे इतिहास को, महत्व को सब को शामिल करते हैं और कोशिश करते हैं कि कुछ ऐसी चीजें, जैसे नाम ही सही कुछ भाषाओं में उनको मालूम रहे कि वो उस चीज का नाम ले सके। ये होटल है, ये मंदिर है तो वो किसी भी भाषा में उसका नाम ले सके, इस साल जनवरी में राम मंदिर के उद्घाटन के बाद से हर महीने लाखों टूरिस्ट अयोध्या आ रहे हैं।
उत्तर प्रदेश सरकार के इस कदम का पुजारियों ने स्वागत किया है। उनका कहना है कि इस पहल से धार्मिक नगरी में सैलानियों की संख्या बढ़ेगी और उन्हें अच्छा अनुभव भी मिलेगा। सरयू दैनिक आरती के अध्यक्ष महंत शशिकांत दास ने कहा कि पर्यटन विभाग की एक अद्भुत और अच्छी सोच है कि जितने नाविक हैं श्री अयोध्या धाम में उन्हेें पर्यटन विभाग प्रशिक्षित करेगा, जिससे जो श्रद्धालु नाव में बैठकर अयोध्या के दर्शन करना चाहते हैं सरयू के धारा में बैठकर अयोध्या धाम के दर्शन करना चाहते हैं ऐसे में नाविक उन्हें राम जी की कथाओं के विषय के विषय में, अयोध्या की प्राचीन व्यवस्थाओं के विषय में यात्रियों को अवगत कराएंगे तो यात्रीगण जो आएंगे उन्हें भी आनंद का अनुभव होगा और वो अनुभूति लेकर अयोध्या धाम से जाएंगे।