Ayodhya: सावन के पवित्र महीने में उत्तर प्रदेश के अयोध्या में भगवान राम और माता सीता सोने चांदी के झूलों में दर्शन दे रहे हैं, ज्यादातर जगहों पर झूलन महोत्सव सावन के पांचवें दिन से शुरू होता है, लेकिन सीता माता की पूजा का मुख्य केंद्र माने जाने वाले रंग महल में सावन शुरू होने के साथ त्योहार भी शुरू हो जाता है और रक्षाबंधन तक चलता है।
झूले में भगवान राम और माता सीता के दर्शन के लिए दूर दूर से श्रद्धालु आ रहे हैं, इस बार सावन महीना 22 जुलाई को शुरू हुआ। सावन के पहले दिन से ही अयोध्या में भगवान राम के दर्शन करने आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ गई है।
महंत रामशरण दास, रंग महल के प्रमुख “परंपरा गुरु पूर्णमासी से लेकर और रक्षाबंधन तक चलती है। जिसमें उनकी उपासना थी कि चतुर्मास भी लग जाता है और भगवान जैसे तीज को यहां अयोध्या में झूला लगता है कहीं पंचमी को लगता है। लेकिन हमारे यहां आचार्य ने ये चतुर्मास या उनके अनुष्ठान के तहत ठाकुर जी को हम एक महीेने हम झूला झुलाएं।”
श्रद्धालुओं का कहना है कि “बहुत अच्छा लग रहा है, बहुत उत्साहित रहते हैं, बराबर इंतजार करते हैं इस समय के आने का और खास तौर पर अयोध्या जी आने का जब भी मौका मिलता है इस तरह से कोई भी फंक्शन में कोई भी त्योहार पर तो हम जरूर आने की कोशिश करते हैं। यहां पर दिमाग को बहुत शांति मिलती है।”
इसके साथ ही श्रद्धालुओं का कहना है कि “झूला अच्छा लगता है यहां पर और राम मंदिर भी अच्छा बन गया है। देखने में बहुत खूबसूरत है, अच्छा लगता है बहुत देखने के काबिल हो गया है। सावन झूला बहुत उत्साह के साथ मनाया जाता है पूरा एक महीना चलता है यहां।