Ayodhya: अयोध्या में राम जन्मभूमि तीर्थ ट्रस्ट मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा समारोह के दौरान मिले उपहारों के एग्जिबीशन के बारे में विचार कर रहा है। कई उपहार काफी विशाल हैं, ट्रस्ट ने उन्हें फिलहाल रामसेवक पुरम में रखा है।
कुछ लोगों ने ट्रस्ट से म्यूजियम बनाने का निवेदन किया है, यहां सारे उपहार रखे जा सकते हैं, जिन्हें देखने में श्रद्धालुओं को आसानी होगी, मंदिर का बचा-खुचा काम 2024 के अंत तक पूरा होने की उम्मीद है। इसके बाद इन उपहारों के एग्जिबीशन के बारे में अंतिम फैसला किया जाएगा।
विश्व हिंदू परिषद प्रांतीय मीडिया प्रभारी शरद शर्मा ने कहा कि “जो उपहार बड़े-बड़े प्राप्त हुए हैं। इनको अभी यहां पर रखा गया है। ये रामसेवकपुरम है, कारसेवकपरम है इन दोनों स्थानो पर रखा गया है अस्थायी तौर पर। लेकिन जब भगवान श्री रामलला की भव्य मंदिर बन जाएगा पूर्ण हो जाएगा, उसके बाद ट्रस्ट के जो हमारे पदाधिकारी गण हैं। यानी ट्रस्टी गण वो निर्णय लेंगे कि इनको कहां पर स्थापित किया जाए। लेकिन हम लोगों को जहां तक मालूम है कि भक्त की भावनाओं का ध्यान रखना है, भक्त की भावनाओं का सम्मान करना है इतनी दूर-दूर से लोगों ने स्व प्रेरणा से इसको भेजा है, तो इसको राम जन्मभूमि परिसर के अंदर भी रखा जा सकता है, लेकिन अभी निर्णय लेने का काम ट्रस्ट का है।”
इसके साथ ही राम मंदिर ट्रस्ट कैंप कार्यालय प्रभारी प्रकाश गुप्ता ने बताया कि “बहुत से लोगों ने विशाल-विशाल समानों को बनवा कर भेजा है। तो उसको सुरक्षित रखा गया है। तो ये जो ऐसी चीजें हैं जिनका कहीं उपयोग नहीं है, ये सिर्फ प्रदर्शित हो सकती हैं देखने के लिए, तो उसको वहां पर सुरक्षित रखने की व्यवस्था बनाई गई है। जिससे सुरक्षित रहे और लोग देखे कि देखिए इतना बड़ा ताला है, इतना बड़ा गदा है, इतना बड़ा धनुष है।”