Agra: उत्तर प्रदेश के आगरा में रक्त स्वाभिमान सम्मेलन आयोजित किया गया, जिसमें कई राज्यों के क्षत्रिय संगठन राणा सांगा की जयंती मनाने के लिए इकट्ठा हुए। इस कार्यक्रम में करणी सेना के नेताओं और क्षेत्रीय कार्यकर्ताओं सहित हजारों समर्थक शामिल हुए, जो राणा सांगा की विरासत का सम्मान करने और राजपूत गौरव का जश्न मना रहे थे।
उन्होंने संसद में राणा सांगा के बारे में समाजवादी पार्टी के सांसद रामजी लाल सुमन की टिप्पणी के खिलाफ भी विरोध प्रदर्शन किया। ये विवाद तब शुरू हुआ जब 21 मार्च को सुमन ने संसद में कहा कि राणा सांगा ने मुगल सम्राट बाबर को इब्राहिम लोदी को हराने के लिए भारत बुलाया था। समाजवादी पार्टी के नेता ने तर्क दिया कि यदि भारतीय मुसलमानों को बाबर के वंशज के रूप में देखा जाता है, तो उसी तर्क से अन्य समुदायों को भी राणा सांगा जैसे “देशद्रोही” के वंशज के रूप में देखा जा सकता है।
सुमन के इस बयान से नाराज करणी सेना के सदस्यों ने कथित तौर पर 26 मार्च को आगरा में उनके आवास पर हमला किया और तोड़फोड़ की।
डीसीपी सिटी सोनम कुमार ने कहा कि “हम लोगों ने त्रिस्तरीय सुरक्षा प्लान यहां पर बनाया है और काफी सारे बैरियर्स लगाए गए हैं अलग-अलग पॉइंट्स पर। अगर ये लोग जन सभा को शांतिपूर्वक करते हैं और उसके बाद शहर में जाकर कोई उधम मचाने की कोशिश करते हैं। उसके कई सारे पॉइंट्स 24 पॉइंट्स चिन्हित किए गए हैं। वहां ड्यूटियां भी लगा दी गई हैं। इसके अतिरिक्त लगातार हम लोग ड्रोन से भी निगरानी रख रहे हैं और सोशल मीडिया पर भी लगातार नजर रखी जा रही है।”
इसके साथ ही डीसीपी अतुल शर्मा ने बताया कि “बाकी हमारा जो ज्यादा फोर्स डिप्लॉयमेंट है वो बाहर की तरफ है। जो रास्ते हैं वो हमने ब्लोकेडिंग पर लगाए हैं क्योंकि इन्होंने जनसभा स्थल पर शांतिपूर्वक करने के लिए कहा गया है। तो इसलिए हम लोगों को उम्मीद है। यहां पर इन लोगों के द्वारा आगे कुछ नहीं किया जाएगा।”