Agra: उत्तर प्रदेश के आगरा जिले में सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय की दो दिवसीय बैठक चल रही है, इस ‘चिंतन शिविर’ में ग्यारह राज्य के मंत्रियों सहित 260 से ज्यादा प्रतिनिधि आगरा में विचार-विमर्श कर रहे हैं।
सम्मेलन में सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के सामाजिक न्याय और समाज कल्याण के मंत्री और शीर्ष अधिकारी समेत प्रमुख हितधारक देश भर में हाशिए पर पड़े समुदायों के उत्थान के लिए अलग-अलग योजनाओं और नीतियों के कार्यान्वयन पर चर्चा के लिए इकट्ठा हुए।
सम्मेलन का उद्देश्य राज्य और केंद्र शासित प्रदेश में सामाजिक न्याय योजनाओं की प्रगति और उनके कार्यान्वयन की समीक्षा करना है, इसका उद्देश्य केंद्र और राज्य सरकारों/केंद्र शासित प्रदेशों के बीच तालमेल बैठाना, चुनौतियों और समाधानों पर चर्चा करना है।
मंत्री असीम अरुण ने कहा कि “नौ तारीख और 10 सितंबर। दो दिन का ‘चिंतन शिविर’ है, जिसमें पूरे देश से लोग आ रहे हैं। सबसे पहले शिक्षा के सत्र के ऊपर चर्चा होगी। उसके बाद में स्वावलंबन पर चर्चा होगी फिर सामाजिक न्याय पर चर्चा होगी। तीनों के संबंध में किस प्रकार मोदी जी ने कानून बनाए हैं। उनका अनुपालन हो रहा है। कहीं कोई कमी है, तो उसको कैसे दूर करना है और अगली ऊंचाई कैसे पहुंचे। अगले कानून कौन से बनाने हैं, नीतियां कौन-सी बनानी है इस पर सुझाव आएंगे, उसके निष्कर्ष पर हम लोग पहुंचेंगे।”