Winter: उत्तर प्रदेश के कई जिलों में कड़ाके की ठंड पड़ रही है। इस बीच घना कोहरा छाया रहने के कारण लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है, लखनऊ के मौसम केंद्र ने कई जिलों के लिए रेड और ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।
मौसम विज्ञानियों ने उत्तर भारत से गुजर रही पश्चिमी हवाओं के प्रभाव को इस स्थिति का कारण बताया। इसके कारण पिछले 72 घंटों में कई क्षेत्रों में अधिकतम तापमान सामान्य से काफी नीचे गिर गया, जबकि न्यूनतम तापमान में कोई खास बदलाव नहीं हुआ। मौसम विभाग के अनुसार शुक्रवार को लखनऊ में दिन के तापमान में भारी गिरावट दर्ज की गई, जहां अधिकतम तापमान 15.5 डिग्री सेल्सियस रहा, जो सामान्य से 7.5 डिग्री कम है, जबकि न्यूनतम तापमान 10.4 डिग्री सेल्सियस रहा, जो सामान्य से 2.3 डिग्री अधिक है।
राजधानी में सापेक्ष आर्द्रता अधिक बनी रही, अधिकतम आर्द्रता 97 फीसदी और न्यूनतम 78 फीसदी दर्ज की गई। विभाग ने बताया कि लखनऊ में सुबह साढ़े आठ बजे से शाम साढ़े पांच बजे के बीच कोई बारिश दर्ज नहीं की गई। मौसम विभाग ने बताया कि लखनऊ और आसपास के इलाकों में देर रात और सुबह के समय घना कोहरा छाने की प्रबल संभावना है, जबकि दिन के समय आसमान मुख्य रूप से साफ रहने की उम्मीद है। अधिकतम तापमान 20 और न्यूनतम तापमान 11 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की संभावना है।
पूर्वानुमान के अनुसार अगले 24 से 48 घंटों तक भी ऐसी ही मौसम स्थिति बनी रहने की संभावना है, जिसमें राज्य के लगभग 40 जिलों में घना से बहुत घना कोहरा और दिन में कड़ाके की ठंड पड़ने की आशंका है। इसके बाद पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से तापमान में धीरे-धीरे वृद्धि और कोहरे की तीव्रता में कमी आने की संभावना है।
जिन इलाकों में बहुत घना कोहरा छाने की संभावना है उनमें कौशांबी, प्रयागराज, फतेहपुर, प्रतापगढ़, वाराणसी, जौनपुर, गाजीपुर, आजमगढ़, मऊ, बलिया, गोरखपुर, बस्ती, कुशीनगर, महाराजगंज, सिद्धार्थनगर, बलरामपुर, श्रावस्ती, बहराइच और लखीमपुर खीरी शामिल हैं। मौसम केंद्र ने कहा कि कानपुर नगर और देहात, उन्नाव, रायबरेली, अयोध्या, सुल्तानपुर, सहारनपुर, मुजफ्फरनगर, मेरठ, आगरा, बरेली, मोरादाबाद, रामपुर, पीलीभीत और आसपास के इलाकों में भी बहुत घना कोहरा छाए रहने की संभावना है।
राहत आयुक्त कार्यालय ने बताया कि राज्य भर में 12 करोड़ से अधिक मोबाइल उपयोगकर्ताओं को एसएमएस के माध्यम से मौसम संबंधी चेतावनी भेजी गई है।
एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि कंबल वितरण, रात्रि आश्रय स्थलों और अलाव जलाने की व्यवस्था की लगातार निगरानी की जा रही है, जबकि 1070 हेल्पलाइन के माध्यम से आपातकालीन सहायता पहुंचाई जा रही है। लोगों को सलाह दी गई है कि वे कोहरे के दौरान यात्रा सीमित करें और भीषण ठंड से बचाव के लिए सरकारी दिशानिर्देशों का पालन करें।