DGCA: देश की सबसे बड़ी एयरलाइन इंडिगो को गंभीर परिचालन संकट की वजह से कई हवाईअड्डों पर 100 से ज्यादा उड़ानें रद्द करनी पड़ीं और कई सेवाएं काफी देरी से संचालित हुईं। एयरलाइन ने अपने संचालन को सामान्य करने के लिए अगले 48 घंटों तक उड़ानों के ‘संतुलित समायोजन’ को लागू करने की घोषणा की, इसके तहत उड़ानों की संख्या घटाई जाएगी या उनके निर्धारित समय में बदलाव किया जाएगा।
सूत्रों ने कहा कि परिचालन संकट की वजह से इंडिगो की 100 से ज्यादा उड़ानें रद्द की गईं। बेंगलुरु हवाई अड्डे पर 42, दिल्ली हवाई अड्डे पर 38, मुंबई हवाई अड्डे पर 33 और हैदराबाद हवाई अड्डे पर 19 उड़ानें रद्द करनी पड़ीं।
इसके अलावा देशभर में इंडिगो की कई उड़ानें कई-कई घंटों की देरी से रवाना हुईं जिससे यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। इंडिगो ने इस पर जारी बयान में कहा कि पिछले दो दिन से उसके नेटवर्क में ‘अप्रत्याशित परिचालन चुनौतियां’ सामने आई हैं। इनमें तकनीकी दिक्कतें, सर्दियों के कारण समय-सारिणी में बदलाव, खराब मौसम, हवाई परिवहन में भीड़भाड़ और चालक दल की तैनाती के नए नियम (एफडीटीएल) शामिल हैं।
एफडीटीएल के नियम पायलटों और चालक दल के काम के घंटे और विश्राम की अवधि तय करते हैं, ताकि उनकी सुरक्षा और थकान प्रबंधन किया जा सके। नए नियम मार्च, 2024 से ही लागू होने वाले थे लेकिन एयरलाइंस ने अतिरिक्त चालक दल की जरूरत का हवाला देते हुए चरणबद्ध क्रियान्वयन की मांग की थी।
दिल्ली उच्च न्यायालय के निर्देश के बाद डीजीसीए ने इन्हें जुलाई और फिर नवंबर से लागू किया। हवाई अड्डों पर मंगलवार एवं बुधवार को कई यात्री उड़ानें रद्द होने या लंबे इंतजार को लेकर एयरलाइन स्टाफ से बहस करते हुए नजर आए। सोशल मीडिया पर भी इस तरह के दर्जनों वीडियो प्रसारित हुए। एक यात्री ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा, “घंटों की देरी के बाद भी उड़ान के बारे में स्पष्ट जानकारी नहीं दी जा रही है। यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है।”
समय पर उड़ानों के संचालन के लिए चर्चित इंडिगो की मंगलवार को केवल 35 प्रतिशत उड़ानें ही निर्धारित समय पर संचालित हो पाईं। इस स्थिति पर एयरलाइन ने कहा, “हमारी टीमें 24 घंटे काम कर रही हैं। प्रभावित यात्रियों को वैकल्पिक यात्रा इंतजाम या रिफंड की सुविधा दी जा रही है।”
इंडिगो ने कहा कि अगले 48 घंटों तक उड़ानों का सीमित संख्या में रद्दीकरण और पुनर्निर्धारण जारी रहेगा ताकि संचालन धीरे-धीरे सामान्य हो सके और समयपालन सुधर सके, इंडिगो के पास दो दिसंबर तक 416 विमानों का बेड़ा था, जिनमें से 50 विमान तकनीकी कारणों से सेवा से बाहर थे।