Paytm: फिनटेक फर्म पेटीएम को सालाना ऑपरेशनल प्रॉफिट पर 300 से 500 करोड़ रुपये का नुकसान झेलना पड़ सकता है। आरबीआई ने पेटीएम पेमेंट्स बैंक लिमिटेड (पीपीबीएल) को किसी भी ग्राहक से पैसे जमा कराने या वॉलेट टॉप-अप करने से रोक दिया है। इसके बाद पेटीएम के ग्राहक अपने वॉलेट, खाते, फास्टैग वगैरह में पैसे नहीं डाल पाएंगे।
दिसंबर में पेटीएम पेमेंट्स बैंक लिमिटेड (पीपीबीएल) के माध्यम से 41 करोड़ यूपीआई ट्रांजेक्शन हुए थे। केंद्रीय बैंक ने पीपीबीएल को 29 फरवरी 2024 के बाद किसी भी ग्राहक से खाते, प्रीपेड इंस्ट्रूमेंट, वॉलेट और फास्टैग में पैसे जमा करने या टॉप-अप करने से रोक दिया है।
पीपीबीएल के खिलाफ ये कार्रवाई, एक व्यापक सिस्टम ऑडिट रिपोर्ट और उसके बाद बाहरी ऑडिटरों की अनुपालन सत्यापन रिपोर्ट के बाद की गई है। वन97 (One97) कम्युनिकेशंस लिमिटेड यानी ओसीएल पेटीएम ब्रांड की मालिक है और पीपीबीएल में 49 प्रतिशत हिस्सेदारी रखती है। बावजूद वो इसे एसोसिएट ऑफ कंपनी दर्शाती है न कि सब्सिडियरी के तौर पर।
आरबीआई ने पीपीबीएल को 15 मार्च 2024 तक प्रोसेस में चल रहे सभी लेनदेन और नोडल अकाउंट (जिन्हें सभी लेनदेन के संबंध में 29 फरवरी 2024 को या उससे पहले शुरू किया गया) का निपटान करने का आदेश दिया है। इसके बाद कंपनी को किसी भी तरह के लेनदेन की अनुमति नहीं दी जाएगी।
11 मार्च 2022 को आरबीआई ने पीपीबीएल को तत्काल प्रभाव से नए ग्राहकों को जोड़ने से रोक दिया था। इससे पहले एनएचएआई की शाखा, भारतीय राजमार्ग प्रबंधन कंपनी (आईएचएमसीएल) ने पीपीबीएल को नए फास्टैग जारी करने से रोक दिया था, क्योंकि उसने पाया था कि वो सर्विस-लेवल एग्रीमेंट में तय मानकों का पालन नहीं कर रही है।