West Bengal: मेसी के कार्यक्रम में मची अफरा-तफरी, सीएम ममता ने मांगी माफी, दिए जांच के आदेश

West Bengal: शनिवार को कोलकाता के सॉल्ट लेक स्टेडियम में भारी हंगामा हुआ, जब हजारों प्रशंसक बेहद चर्चित कार्यक्रम के दौरान अर्जेंटीना के फुटबॉल आइकन लियोनेल मेसी की साफ झलक नहीं देख पाए। इसके बाद पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने हाई-लेवल जांच के आदेश दिए।

जिस कार्यक्रम को एक शानदार फुटबॉल शो बताया जा रहा था, वह नाराजगी और अव्यवस्था में बदल गया, क्योंकि मेस्सी की छोटी और कड़ी सुरक्षा वाली उपस्थिति ने प्रशंसकों के बड़े हिस्से को निराश किया। कई लोगों ने टिकट के लिए मोटी रकम चुकाई थी। मेसी 2011 के बाद पहली बार यहां आए थे।

शनिवार को पुलिस ने सॉल्ट लेक स्टेडियम में लियोनेल मेसी फुटबॉल कार्यक्रम के मुख्य आयोजक शताद्रु दत्ता को गिरफ्तार किया, क्योंकि स्टेडियम में बड़े पैमाने पर हंगामा हुआ था, जिसके कारण अर्जेंटीना के वर्ल्ड कप जीतने वाले कप्तान को मैदान छोड़कर जल्दी जाना पड़ा। दत्ता को इवेंट के कथित कुप्रबंधन के आरोप में हिरासत में लिया गया है।

विश्व कप विजेता कप्तान मेसी अपने लंबे समय के साथी लुई सुआरेज और अर्जेंटीना टीम के साथी रोड्रिगो डी पॉल के साथ सुबह करीब साढ़े ग्यारह बजे विवेकानंद युवा भारती क्रीड़ांगन पहुंचे। मैदान पर कदम रखते ही वे आयोजकों, मशहूर हस्तियों और सुरक्षा कर्मियों की भीड़ में घिर गए, जिससे गैलरी में बैठे सामान्य दर्शक एक झलक देखने के लिए तरसते रह गए।

मेसी ने मैदान पर थोड़ी दूर चहलकदमी की और ‘मेसी, मेसी’ के नारों के बीच दर्शक दीर्घा की ओर हाथ हिलाया। प्रशंसकों को हालांकि जल्द ही एहसास हो गया कि यह फुटबॉल खिलाड़ी सुरक्षा और आमंत्रित मेहमानों के कड़े घेरे में हैं, जिससे वह गैलरी के बड़े हिस्सों से मुश्किल से दिखाई दे रहे थे। कई लोगों ने शिकायत की कि वह विशाल स्क्रीनों पर भी साफ दिखाई नहीं दे रहे थे।

जब यह साफ हो गया कि अर्जेंटीना का यह स्टार स्टेडियम का पूरा चक्कर नहीं लगाएगा, तो ‘वी वांट मेसी (हमें मेसी चाहिए)’ के नारे तेज हो गये। मेस्सी पहले से तय स्टेडियम का पूरा चक्कर लगाने की जगह बीच रास्ते से ही वापस मुड़ गए और अपने निर्धारित समय से काफी पहले ही बाहर निकाल लिए गए।

मेस्सी के समय से पहले मैदान से निकलने की खबर फैलते ही दर्शकों का गुस्सा फुट पड़ा। मैदान में बोतलें और फिर प्लास्टिक की कुर्सियां भी फेंकी गईं। प्रायोजक बैनर और होर्डिंग फाड़ दिए गए, बड़ी संख्या में सीटें तोड़ दी गईं और भीड़ ने मैदान के कुछ हिस्सों में जबरन घुसने के लिए बैरिकेड्स को तोड़ने की कोशिश की।

प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि बढ़ते हंगामे के बीच प्रशंसकों ने राज्य के खेल मंत्री अरूप बिस्वास और इस कार्यक्रम के आयोजक शताद्रु दत्ता की गिरफ्तारी की मांग करते हुए नारे लगाए। प्रशंसकों ने आयोजकों को इस हाई-प्रोफाइल कार्यक्रम के घोर कुप्रबंधन के लिए जिम्मेदार ठहराया।

उन्होंने यह भी कहा कि मेसी के बाहर निकलने के तुरंत बाद आयोजक शताद्रु दत्ता और उनकी टीम मैदान पर दिखना बंद हो गए, तो स्थिति और बिगड़ गई। लाउडस्पीकर पर अनधिकृत व्यक्तियों को मैदान छोड़ने के लिए बार-बार की गई घोषणाओं का कोई असर नहीं दिखा और गुस्साए प्रशंसक आयोजकों और राज्य खेल विभाग के खिलाफ नारे लगाते रहे।

कुछ मिनट के बाद सैकड़ो की संख्या में दर्शक मैदान पर उतर आये। दर्शकों ने अस्थायी टेंट फाड़ दिए और वहां रखे उपकरणों को नुकसान पहुंचाया। पुलिस कर्मियों को विरोध करने वाली भीड़ के बढ़ने से स्थिति को नियंत्रित करने के लिए संघर्ष करना पड़ा। इससे निपटने के लिए स्टेडियम के अंदर द्रुत कार्य बल (आरएएफ) को तैनात करना पड़ा।

गुवाहाटी से आए एक फैन ने कहा, “हमने बहुत पैसे खर्च किए, लेकिन ऑर्गनाइजर्स ने मेसी को कवर कर लिया और कोई उन्हें देख भी नहीं पाया। अब तक का सबसे बुरा अनुभव, मैं गुवाहाटी से आया था। यह बहुत ही खराब ऑर्गनाइजेशन है। मेरा बच्चा भी वहां था और बहुत उत्साह के साथ आया था, लेकिन कोलकाता से हमने ऐसा कभी नहीं सोचा था, अब तक का सबसे बुरा अनुभव।”

इस कार्यक्रम के टिकट की कीमतें 4,500 रुपये से 10,000 रुपये के बीच थीं और कई फैंस फुटबॉल आइकन को करीब से देखने की उम्मीद में सुबह-सुबह ही पहुंच गए थे। इस अफरा-तफरी के कारण कार्यक्रम को अचानक रोकना पड़ा, जिसमें बॉलीवुड एक्टर शाहरुख खान, पूर्व भारतीय क्रिकेट कप्तान सौरव गांगुली और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी सहित कई आमंत्रित गणमान्य व्यक्ति योजना के मुताबिक हिस्सा नहीं ले पाए।

पुलिस सूत्रों ने बताया कि स्थिति पूरी तरह से बेकाबू नहीं हुई, सिर्फ इसलिए क्योंकि मेसी को तय समय से पहले स्टेडियम से बाहर निकाल लिया गया था और अतिरिक्त सुरक्षा बल भेजे गए थे। कुछ घंटों बाद, ममता बनर्जी ने कुप्रबंधन पर हैरानी जताई और एक उच्च स्तरीय जांच समिति बनाने की घोषणा की। एक्स पर एक पोस्ट में उन्होंने मेसी और स्टेडियम में जमा हुए खेल प्रेमियों से माफी मांगी।

मुख्यमंत्री ने कहा, “आज सॉल्ट लेक स्टेडियम में कुप्रबंधन से मैं बहुत परेशान और हैरान हूं,” उन्होंने आगे कहा कि हजारों प्रशंसक विश्व कप जीतने वाले स्टार की एक झलक पाने की उम्मीद में स्टेडियम में जमा हुए थे।
जांच समिति की अध्यक्षता कलकत्ता उच्च न्यायालय के सेवानिवृत न्यायाधीश जस्टिस असीम कुमार रे करेंगे, जिसमें मुख्य सचिव और गृह और पहाड़ी मामले विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव सदस्य होंगे।

बनर्जी ने कहा कि पैनल घटना की विस्तृत जांच करेगा, जिम्मेदारी तय करेगा और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए उपाय सुझाएगा। बनर्जी ने आगे कहा, “एक बार फिर, मैं सभी खेल प्रेमियों से दिल से माफी मांगती हूं।”

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *