Sports: 2025 में भारतीय खेल जगत में दुनिया के मंच पर कई ऐतिहासिक सफलताएं और यादगार पल देखने को मिले। लंबे समय से कायम कई रिकॉर्ड टूटने से लेकर युवा सितारों के अपनी पहचान बनाने तक, अलग-अलग खेलों के एथलीटों ने ऐसे प्रदर्शन किए जो सिर्फ पदक जीतने से कहीं बढ़कर थे। हम आपको पांच ऐसे शानदार कारनामे बताने जा रहे हैं, जिन्होंने इस साल खेल के मैदान की तस्वीर ही बदल दी।
1. जसप्रीत बुमराह बने ‘ICC मेंस टेस्ट क्रिकेटर ऑफ द ईयर’
भारतीय तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह ने ICC मेंस टेस्ट क्रिकेटर ऑफ द ईयर का खिताब जीतकर 2025 में अपनी बादशाहत कायम रखी। यह सम्मान दुनिया में गेंद से मैदान पर उनके हुनर की कहानी बयां करता है। बुमराह भारतीय क्रिकेट टीम के लिए सबसे बड़े मैच विनर साबित हुए। मैदान कोई भी हो, माहौल कैसा भी हो, टीम कोई भी हो, बुमराह ने हर फर्क को दरकिनार किया और वे अपनी बेहतरीन रफ्तार, सटीकता और नियंत्रण से विरोधियों पर भारी पड़े। ये बात आंकड़ों से कहीं आगे बढ़कर अहम मौकों पर विकेट लेने की उनकी काबिलियत को बयां करने के लिए काफी है।
गेंद नई है या फिर पुरानी, कितने ज्यादा ओवर गेंदबाजी करनी है और टीम पर कितना दबाव है, इन सभी बातों को दरकिनार कर बुमराह हर बार सबसे बेहतर साबित हुए। ये बात उन्हें दूसरे गेंदबाजों से अलग बनाती दिखी। ऐसे दौर में जब एक तेज गेंदबाज के तौर पर लगातार बेहतरीन प्रदर्शन करना मुश्किल होता जा रहा है, बुमराह का ICC मेंस टेस्ट क्रिकेट ऑफ द ईयर चुना जाना उनका दमदार प्रदर्शन को सलाम है और इस साल भारतीय क्रिकेट की सबसे महत्वपूर्ण व्यक्तिगत उपलब्धियों में से एक रहा।
2. नीरज चोपड़ा ने पहली बार 90 मीटर पार भाला फेंका
ग्लोबल जैवलिन थ्रो सुपरस्टार नीरज चोपड़ा से पिछले कई सालों से बार-बार एक सवाल पूछा जा रहा था। वो ये कि उनका भाला 90 मीटर की दूरी कब पार करेगा? इसका जवाब उन्होंने अपने दमखम से 2025 में दे दिया। ओलंपिक पदक विजेता नीरज ने दोहा डायमंड लीग में 90.23 मीटर के अपने सर्वश्रेष्ठ थ्रो के साथ पहली बार इस खास दूरी को पार किया।
इस ऐतिहासिक प्रयास ने न सिर्फ उन्हें 90-मीटर क्लब के एलीट ग्रुप में शामिल किया, बल्कि एक एथलीट के तौर पर उनके लगातार आगे बढ़ने और नए मुकाम पर पहुंचने के सफर को बयां किया। शांत, संयमित और सटीक, चोपड़ा के उपलब्धि भरे इस थ्रो ने आधुनिक दौर के सबसे महान भाला फेंक खिलाड़ी के तौर पर उनकी जगह को और पक्का कर दिया।
3. सुमित अंतिल ने लगाई स्वर्ण पदक जीतने की हैट्रिक
सुमित अंतिल वर्ल्ड पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप के इतिहास में सबसे सफल भारतीय बन गए। उन्होंने लगातार तीसरी बार जैवलिन थ्रो इवेंट में अपनी बादशाहत साबित की। नीरज चोपड़ा ने स्टैंड्स से उनका हौसला बढ़ाया। अंतिल ने अपने पांचवें प्रयास में 71.37 मीटर के चैंपियनशिप-रिकॉर्ड थ्रो के साथ पुरुषों के जैवलिन F64 इवेंट का स्वर्ण पदक जीता।
4. शीतल देवी बनीं विश्व पैरा तीरंदाजी चैंपियन
इस साल भारतीय खेलों की दुनिया में शीतल देवी की कहानी जितनी प्रेरणादायक कोई और कहानी नहीं थी। 18 साल की इस लड़की ने विश्व चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीतने वाली पहली बिना हाथों वाली महिला तीरंदाज बनकर इतिहास रच दिया। वे इस सबसे बड़े मंच पर कंपाउंड व्यक्तिगत मुकाबले में अव्वल रहीं।
शीतल यहीं नहीं रुकीं। साल के आखिर में, उन्होंने एक और बाधा पार की और जेद्दा में एशिया कप स्टेज 3 के लिए भारतीय एबल-बॉडी जूनियर टीम में जगह बनाई। ये किसी भी भारतीय पैरा-एथलीट के लिए एक अभूतपूर्व उपलब्धि है। 2025 में उनकी ये कामयाबी सिर्फ पदक जीतने के उनके सफर को बयां नहीं करती बल्कि नई उम्मीदें भी जगाती है।
5. दिव्या देशमुख बनीं फिडे महिला शतरंज विश्व कप 2025 चैंपियन
भारतीय शतरंज की शानदार कामयाबी की कहानी में एक और अध्याय जोड़ते हुए, 19 साल की दिव्या देशमुख फिडे महिला शतरंज विश्व कप 2025 चैंपियन बनीं। दिलचस्प बात ये रही कि फाइनल में उन्होंने हमवतन अनुभवी खिलाड़ी कोनेरू हंपी को हराया। किसी भारतीय ने पहली बार इस टूर्नामेंट में ये खिताब जीता। दिव्या के ग्रैंडमास्टर नॉर्म हासिल करने से यह जीत और भी खास हो
गई।