Paralympics: केंद्रीय खेल मंत्री मनसुख मंडाविया ने नई दिल्ली में भारतीय खेल प्राधिकरण यानी साई के हेड क्वार्टर में महिलाओं की 400 मीटर टी20 दौड़ में ब्रॉन्ज मेडल जीतने वाली एथलीट दीप्ति जीवनजी को सम्मानित किया। मनसुख मंडाविया ने कहा कि पेरिस पैरालंपिक में खिलाड़ियों ने अब तक शानदार प्रदर्शन किया है। भारतीय दल ने टोक्यो पैरालंपिक में 19 मेडल जीते थे, जबकि पेरिस पैरालंपिक में भारतीय खिलाड़ी अब तक 24 मेडल जीत चुके हैं।
दीप्ति मई में जापान में विश्व पैरा-एथलेटिक्स चैंपियनशिप में टॉप स्थान हासिल करने के बाद पेरिस पैरालिंपिक में गोल्ड की मजबूत दावेदार के रूप में आई थीं, जहां उन्होंने 55.07 सेकंड का विश्व रिकॉर्ड बनाया था लेकिन यूक्रेन की यूलिया शुलियार (55.16 सेकंड) और विश्व रिकॉर्ड धारक तुर्की की आयसेल ओन्डर (55.23 सेकंड) से पीछे रहीं।
एथलीट दीप्ति जीवनजी को इस बात का अफसोस है कि वे पेरिस पैरालंपिक के फाइनल में अपना बेस्ट नहीं दे सकीं। हालांकि उन्हें इस बात की खुशी है कि वे देश के लिए ब्रॉन्ज मेडल जीतने में कामयाब रहीं, दीप्ति का जन्म तेलंगाना के वारंगल जिले के कल्लेडा गांव में एक मजदूर माता-पिता के घर में हुआ था।
केंद्रीय खेल मंत्री मनसुख मंडाविया ने कहा कि “मुझे आज खुशी है कि पेरिस पैरालंपिक में भाग लेकर हमारे खिलाड़ी आज दूसरे राउंड में रिर्टन आए हैं। आठ दिन में भारत को हमारे खिलाड़ियों के द्वारा 24 मेडल प्राप्त हुए है। पांच गोल्ड, नौ सिल्वर और 10 ब्रॉन्ज मेडल मिले हैं। खिलाड़ियों ने अपना कौशल तो दिखाया है। उसको तो मैं अभिनंदन देता हूं लेकिन उन्होंने देश का गौरव भी बढ़ाया है। आज देश के हर नागरिक को हमारे पैरालंपिक में भाग लेने वाले सभी खिलाड़ियों के प्रति गौरव महसूस होता है।”