IPL 2025: राजस्थान रॉयल्स के इतिहास रचने वाले युवा खिलाड़ी वैभव सूर्यवंशी ने कहा कि वह केवल गेंद को देखते हैं, गेंद डालने वाले को नहीं। यदुवंशी ने कहा कि पिछले तीन चार महीने से वह इसके लिये मेहनत कर रहे थे जो रंग लाई है। वैभव सूर्यवंशी ने 38 गेंदों पर 101 रन की पारी खेली और 14 साल 32 दिन की उम्र में IPL के सबसे युवा शतकवीर बने। बायें हाथ के सूर्यवंशी ने गुजरात टाइटंस के खिलाफ यहां 35 गेंदों पर शतक पूरा किया, तो उत्साह में चोटिल मुख्य कोच राहुल द्रविड़ भी अपनी बैसाखी भूलकर खड़े होकर ताली बजाकर वैभव का जोरदार तरीके से हौसलाअफज़ाई करने लगे।
सूर्यवंशी ने भारत के ईशांत शर्मा, मोहम्मद सिराज, प्रसिद्ध कृष्णा, वाशिंगटन सुंदर और अफगानिस्तान के राशिद खान और करीम जनत सहित कई अंतरराष्ट्रीय गेंदबाजों के खिलाफ 11 छक्के और सात चौके लगाए। मैच के बाद वैभव ने कहा, “मैं गेंदबाज का नाम ज्यादा नहीं देखता, मैं सिर्फ गेंद देखता हूं और खेलता हूं।” सूर्यवंशी ने कहा, “IPL में शतक बनाना मेरा सपना था, जैसा कि मैंने पहले कहा था कि मैं कई दिनों से कड़ी मेहनत कर रहा था और नतीजे मैदान पर दिखे।”
उन्होंने कहा, “यह बहुत अच्छा अहसास है, यह IPL में मेरा पहला शतक है और तीसरी पारी में। यह बहुत अच्छा अहसास है, मैं पिछले तीन-चार महीनों से IPL के लिए अभ्यास कर रहा था और अब नतीजे सामने आ रहे हैं।” सूर्यवंशी ने यशस्वी जायसवाल (नाबाद 70) के साथ 12 ओवरों में 166 रन जोड़े। उन्होंने कहा, “मुझे उनके साथ बल्लेबाजी करने में मजा आता है क्योंकि वह सकारात्मक बातें करते रहते हैं और मुझे बताते रहते हैं कि क्या करना है, इसलिए बल्लेबाजी करना आसान हो जाता है।”
यह भी पढ़ें: सचिन से युवराज तक, सबने की वैभव के शतक की तारीफ