IPL 2025: पंजाब किंग्स के खिलाफ आईपीएल के सबसे कम स्कोर का बचाव करने में नाकामी और शर्मनाक हार के बाद, कोलकाता नाइट राइडर्स (केकेआर) ईडन गार्डन्स में होने वाले मैच में बदला लेने के लिए उत्सुक होगी। इस मुकाबले में कई खिलाड़ियों के बीच मैदान पर खुद को बेहतर साबित करने की होड़ लगी दिखेगी।
श्रेयस अय्यर बनाम आंद्रे रसेल: श्रेयस अय्यर हमेशा से आंद्रे रसेल की रफ्तार और विविधताओं से भरी गेंदबाजी के सामने जूझते रहे हैं। नौ आईपीएल पारियों में, अय्यर ने 116.66 की स्ट्राइक रेट से केवल 63 रन बनाए हैं। वे पांच बार रसेल के हाथों आउट हुए हैं। 12.60 के कम औसत के साथ, रसेल की डेथ ओवरों की क्षमता के सामने अय्यर की कमजोरी खुलकर सामने आई है। ये बात टीम के लिए बड़ी चुनौती साबित हो रही है। साझेदारी तोड़ने की रसेल की क्षमता अक्सर महत्वपूर्ण क्षणों में अय्यर की कमी को जाहिर कर देती है।
ग्लेन मैक्सवेल बनाम सुनील नरेन: सुनील नरेन ने ग्लेन मैक्सवेल की विस्फोटक बल्लेबाजी पर लगातार लगाम लगाई है। 16 आईपीएल पारियों में मैक्सवेल ने नरेन के खिलाफ 97.01 की धीमी स्ट्राइक रेट से सिर्फ 65 रन बनाए हैं। नरेन की रहस्यमयी स्पिन को समझना ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज के लिए मुश्किल साबित हुआ है। उन्होंने मैक्सवेल को चार बार उन्हें आउट किया है। मैक्सवेल का 16.25 का औसत किफायती स्पिनर पर हावी होने के उनके संघर्ष को दिखाता है। ये मुकाबला नरेन की महारत और मैक्सवेल की काबिलियत को देखते हुए काफी अहम मुकाबला बन जाता है।
मार्कस स्टोइनिस बनाम वरुण चक्रवर्ती: वरुण चक्रवर्ती मैदान पर मार्कस स्टोइनिस पर अपनी गेंदबाजी से भारी पड़े हैं। पांच आईपीएल पारियों में, स्टोइनिस वरुण के खिलाफ 12 गेंदों पर केवल आठ रन बना पाए हैं। उनका 66.66 का कम स्ट्राइक रेट और सिर्फ़ 4.00 का औसत वरुण की रहस्यमयी स्पिन विविधताओं के खिलाफ उनकी दिक्कतों को दिखाती है। वरुण की सटीकता ने दमदार ऑस्ट्रेलियाई ऑलराउंडर को बार-बार परेशान किया है औरउन्हें दो बार आउट किया है। ये बात उनकी काबिलियत बयां करती है।
अजिंक्य रहाणे बनाम युजवेंद्र चहल: युजवेंद्र चहल ने केकेआर के कप्तान अजिंक्य रहाणे को लगातार चकमा दिया है। चार बार उन्हें आउट करने में चहल ने सिर्फ 46 रन खर्च किए हैं।चहल की लेग-स्पिन ने रहाणे के स्कोरिंग पर लगाम लगाई है। रहाणे का 102.22 का स्ट्राइक रेट और 11.50 का औसत चहल की चालाकी का मुकाबला करने में उनके संघर्ष को दिखाता है। चहल की ड्रिफ्ट और टर्न अक्सर रहाणे को रक्षात्मक गलतियां करने पर मजबूर करती है, जिससे ये मुकाबला रहाणे के खिलाफ चहल की सटीकता का इम्तिहान बन जाता है।