IND vs WI: विकेटकीपर-बल्लेबाज ध्रुव जुरेल ने शुक्रवार को वेस्टइंडीज के खिलाफ अपना पहला टेस्ट शतक भारतीय सेना को समर्पित करते हुए कहा कि उनके मन में हमेशा ‘रणभूमि में उनके योगदान के लिए सम्मान’ रहा है।
जुरेल ने वेस्टइंडीज के खिलाफ पहले टेस्ट मैच के दूसरे दिन 125 रनों की शानदार पारी खेली।भारत ने दूसरे दिन का खेल समाप्त होने तक तक पांच विकेट पर 448 रन का मजबूत स्कोर बना लिया। उनके अनुभवी साथी लोकेश राहुल (100) और रविंद्र जडेजा (नाबाद 104) ने भी शतक जड़े। बल्ले से अपने शानदार प्रदर्शन के अलावा 24 वर्षीय जुरेल ने अर्धशतक और फिर शतक पूरा करने के बाद जश्न मनाने के अपने तरीके से सबका ध्यान खींचा।
जुरेल के पिता भारतीय सेना में रहे है और वह कारगिल युद्ध में शामिल थे। उन्होंने अर्धशतक और शतक पूरा करने के बाद सलामी देने की मुद्रा के साथ अपने पिता और भारतीय सेना को सम्मान दिया। इस 24 साल के खिलाड़ी ने कहा, ‘‘अर्धशतक पूरे होने पर सलामी मेरे पिता के लिए थी। मैं भारतीय सेना के बहुत करीब रहा हूं, मैंने अपने पिता को बचपन से देखा है इसलिए यह मेरे दिमाग में बहुत पहले था कि शतक सेना को समर्पित करूं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हम खेल के मैदान पर जो करते हैं और वे रणभूमि में जो करते हैं, उस में बहुत अंतर है और आप उसकी तुलना नहीं कर सकते। मैं हमेशा उनके प्रति सम्मान रखूंगा और भविष्य में जो भी करूंगा, उनके लिए करूंगा।’’
दायें हाथ के इस विकेटकीपर बल्लेबाज ने कहा, ‘‘मैं यह उपलब्धि (भारतीय सेना को) उनके काम के लिए समर्पित करना चाहूंगा। मैंने उन्हें बहुत करीब से देखा है और मैं उनकी चीजों में बहुत दिलचस्पी रखता हूं। मैं अपने पिता से भी सेना के बारे में पूछता रहता था। मैं इसे उन लोगों को समर्पित कर रहा हूं जो इसके हकदार हैं।’’