IND vs SA: ऑफ स्पिनर साइमन हार्मर ने कौशल और दृढ़ संकल्प की कमी वाले भारतीय बल्लेबाजों को फिर से दिन में तारे दिखाए जिससे दक्षिण अफ्रीका ने गुवाहाटी में दूसरे और आखिरी टेस्ट में 408 रन की रिकॉर्ड जीत दर्ज करके दो मैच की सीरीज में 2-0 से क्लीन स्वीप किया। अफ्रीकी टीम ने 25 साल बाद भारतीय टीम का उसकी घरेलू जमीन पर टेस्ट सीरीज में सफाया किया है।
सिर्फ 13 महीने के भीतर ये दूसरा मौका रहा जब भारत का सूपड़ा अपने घर में ही साफ हो गया। इससे विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के लिए क्वालिफाई करने की उसकी उम्मीदों को बड़ा झटका लगा है। भारतीय टीम के मुख्य कोच गौतम गंभीर की देखरेख में भारत अब तक न्यूज़ीलैंड और साउथ अफ्रीका के खिलाफ घरेलू मैदानों पर कुल पांच टेस्ट हार चुका है। यह 66 साल में पहली बार है कि टीम सात महीने के अंदर पांच टेस्ट हारी है।
ऑफ-स्पिनर साइमन हार्मर के करियर को नई बुलंदी मिली। उन्होंने उसी पिच पर टर्न, बाउंस और तेजी से भारतीय टीम को धूल चटा दी, जिस पर घरेलू गेंदबाज़ों का प्रदर्शन बहुत खराब रहा। हार्मर ने दूसरी पारी में अपने करियर का सबसे अच्छा प्रदर्शन करते हुए 37 रन देकर 6 विकेट लिए। मैच में कुल नौ विकेट उनके नाम रहे।
549 रन के मुश्किल लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारतीय टीम की तरफ से सिर्फ रवींद्र जडेजा ही हार टालने के लिए जूझते दिखे। उन्होंने 87 गेंदों में 54 रन बनाए। मेहमान टीम ने बल्लेबाजी, गेंदबाजी और फील्डिंग तीनों ही विभागों में भारतीय टीम को पीछे छोड़ दिया। एडेन मार्करम ने एक टेस्ट मैच में सबसे ज्यादा कैच लेने का रिकॉर्ड बनाया, और 2015 में अजिंक्य रहाणे के आठ कैच लपकने के रिकॉर्ड को पीछे छोड़ दिया।
साई सुदर्शन की 138 गेंदों पर संभलकर खेली गई पारी का अंत तब हुआ जब दूसरे सेशन के शुरू होने के तुरंत बाद सेनुरन मुथुसामी ने उन्हें मार्करम के हाथों कैच करा दिया और भारतीय पारी को 150 रनों तक नहीं पहुंचने दिया।