Chess Olympiad: भारत ने इतिहास रच दिया जब उसकी पुरुष और महिला टीमों ने 45वें शतरंज ओलंपियाड में आखिरी दौर में अपने-अपने प्रतिद्वंद्वियों को हराकर इस प्रतियोगिता में पहली बार हो गोल्ड मेडल जीता।
ग्रैंडमास्टर डी गुकेश, अर्जुन एरिगेसी और आर. प्रज्ञानानंदा ने स्लोवेनिया के खिलाफ 11वें दौर में अपने-अपने मैच जीत लिये। विश्व चैम्पियनशिप चैलेंजर गुकेश और अर्जुन एरिगेसी ने एक बार फिर अहम मुकाबलों में अच्छा प्रदर्शन किया जिससे भारत को ओपन कैटेगरी में अपना पहला खिताब जीतने में मदद मिली।
स्लोवेनिया के खिलाफ मुकाबले में गुकेश ने काले मोहरों से व्लादिमीर फेडोसेव के खिलाफ तकनीकी राउंड में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया। हालांकि उन्हें मुश्किल से जीत मिली, लेकिन 18 वर्षीय ग्रैंडमास्टर ने शानदार रणनीति अपनाई।
एरिगेसी ने तीसरे बोर्ड पर काले मोहरों से खेलते हुए जान सुबेलज को मात दी। इतना ही काफी नहीं था, इसके बाद प्रज्ञानानंदा ने फॉर्म में आते हुए एंटोन डेमचेंको पर शानदार जीत हासिल की। इससे भारत ने एक मैच रहते स्लोवेनिया पर 3-0 से जीत हासिल की।
भारतीय पुरुष टीम ने 22 में से 21 अंक हासिल किए। खिलाड़ियों ने सिर्फ उज्बेकिस्तान के खिलाफ 2-2 से ड्रॉ खेला, भारतीय महिलाओं ने अजरबेजान को 3.5-0.5 से हराकर देश के लिए मेडल हासिल किया। डी. हरिका ने पहले बोर्ड पर तकनीकी श्रेष्ठता दिखाई और दिव्या देशमुख ने एक बार फिर अपने प्रतिद्वंद्वी को पछाड़कर तीसरे बोर्ड पर अपना व्यक्तिगत गोल्ड पक्का किया।
आर. वैशाली के ड्रा खेलने के बाद वंतिका अग्रवाल की शानदार जीत से भारतीय टीम ने गोल्ड मेडल हासिल की, भारतीय पुरुष टीम ने इससे पहले टूर्नामेंट के 2014 और 2022 राउंड में ब्रॉन्ज मेडल जीते थे, भारतीय महिला टीम ने चेन्नई में 2022 के राउंड में ब्रॉन्ज मेडल जीता था।