Boxing: विश्व चैंपियन जैसमीन लंबोरिया (57 किग्रा) और दो बार की विश्व चैंपियन निकहत जरीन (51 किग्रा) ने बुधवार को यहां जारी विश्व बॉक्सिंग कप फाइनल्स में भारत के अब तक के सबसे दमदार दिन का नेतृत्व किया। दोनों सितारों ने प्रभावशाली जीत दर्ज करते हुए स्वर्ण पदक मुकाबलों में जगह बनाई, जबकि मेजबान भारत ने गुरुवार को होने वाले खिताबी मुकाबलों के लिए रिकॉर्ड 15 फाइनलिस्ट तैयार कर दिए। यह उपलब्धि इस प्रतिष्ठित ‘टॉप-8’ प्रतियोगिता में किसी भी देश द्वारा हासिल सबसे बड़ा आंकड़ा है। टूर्नामेंट का आयोजन शहीद विजय सिंह पाठक स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में किया जा रहा है।
जैसमिन ने कज़ाख़स्तान की पूर्व एशियन यूथ चैंपियन उल्ज़ान सरसेनबेक पर 5-0 की एकतरफा जीत दर्ज करने के दौरान बेहतरीन लय, मजबूत डिफेंस और धारदार संयोजन दिखाए। इस शानदार जीत के साथ विश्व चैंपियन जैसमिन अब फाइनल में पेरिस ओलंपिक पदक विजेता वू शिह यी से भिड़ेंगी, जो टूर्नामेंट की सबसे बहुप्रतीक्षित भिड़ंतों में से एक मानी जा रही है।
उधर, निकहत ने अपने अनुभव का पूरा इस्तेमाल करते हुए उज्बेकिस्तान के खिलाफ भारत को सत्र सात में ‘ट्रिपल जीत’ दिलाई। निकहत ने गनीएवा गुलसेवर के खिलाफ नियंत्रित लेकिन आक्रामक मुक्केबाज़ी दिखाते हुए लगातार अपने तेज़ लेफ्ट हुक जमाए। उनके साथ सचिन सिवाच (60 किग्रा) और हितेश गुलिया (70 किग्रा) ने भी शानदार प्रदर्शन कर जीत दर्ज की। सचिन ने शुरुआत से बढ़त बनाए रखी और दूरी बनाकर विपक्षी को मात दी, जबकि हितेश ने उत्कृष्ट काउंटर-पंचिंग का प्रदर्शन करते हुए मुख़म्मदअज़ीज़बेक इस्मोइलोव की तेज़ी को उन्हीं पर भारी कर दिया।
दोपहर के सत्र में पवन (55 किग्रा) और जदुमणि (50 किग्रा) ने भी शानदार जीतों से भारत की लय को कायम रखा। पवन ने कड़े पहले राउंड के बाद दमदार वापसी करते हुए इंग्लैंड के एलिस ट्रोब्रिज को 5–0 से हराया। जदुमणि ने ऑस्ट्रेलिया के ओमर इज़ाज़ (जो अस्ताना वर्ल्ड कप पदक विजेता हैं) को लगातार दबाव, तेज़ हुक्स और चतुर फुटवर्क से परास्त किया।
इस बीच जुगनू (85 किग्रा) 5–0 से हारकर बाहर हो गए, जबकि नीरज फोगाट (65 किग्रा) ने ओलंपिक पदक विजेता चेन निएन-चिन के खिलाफ साहसी खेल दिखाते हुए 3–2 से बेहद करीबी मुकाबला गंवाया। सुमित (75 किग्रा) को पोलैंड के मिखाल जार्लिंस्की से 4–1 की हार झेलकर कांस्य से संतोष करना पड़ा। 15 भारतीय मुक्केबाज़ों के फाइनल में पहुंचने के साथ ही भारत ने कुल 20 पदकों की झड़ी लगा दी। इसका मतलब यह है कि हर भारतीय खिलाड़ी पोडियम पर रहेगा।
गुरुवार के खिताबी मुकाबले भारत-उज़्बेकिस्तान की तीखी प्रतिद्वंद्विता से भरे होंगे, क्योंकि छह फाइनल सीधे इन दोनों ताकतवर देशों के बीच खेले जाएंगे। इनमें अरुंधति बनाम अजीजा जोकीरोवा, नूपुर बनाम ओल्तिनोय सोतिम्बोएवा, मिनाक्षी बनाम फोजिलोवा फर्ज़ोना और नरेंद्र बनाम नॉकआउट विशेषज्ञ खलीमजोन ममासोलिएव जैसी हाई-वोल्टेज भिड़ंतें शामिल हैं। जदुमणि और पवन असिलबेक जलिलोव और समंदर ओलिमोव का सामना करेंगे।
अन्य फाइनल भी उतने ही रोमांचक होंगे। प्रीति का इटली की सिरिन चार्राबी से मुकाबला होगा जबकि पर्वीन का जापान की आयाका तागुची से सामना होगा और पूनम का पोलैंड की मौजूदा विश्व चैंपियन अगाता काजमार्स्का से कड़ा मुकाबला शामिल है। पुरुष वर्ग में अंकुश फांगल इंग्लैंड के शिट्टू ओलाडिमेजी से भिड़ेंगे, जबकि अभिनाश जम्मू जापान के अनुभवी शियों निशियामा के खिलाफ अपना अभियान समाप्त करेंगे।