Vaishno Devi: रोजी-रोटी कमाने के लिए माता वैष्णो देवी यात्रा के भरोसे रहने वाले टट्टूवाले, सामान ले जाने वाले लोग और दूसरे श्रमिकों के चेहरों पर मायूसी है।
ऐसा इसलिए क्योंकि नवरात्रि उत्सव के बावजूद श्रद्धालु कम तादाद में माता के दरबार में पहुंच रहे हैं जिससे उनकी मनमाफिक कमाई नहीं हो पा रही है।
अगस्त महीने में यात्रा मार्ग पर हुए भूस्खलन में 34 लोगों के जान गंवाने के बाद यात्रा तीन हफ्ते से ज्यादा वक्त तक रुकी रही, तीर्थयात्रा 17 सितंबर को दोबारा शुरू हुई।
हालांकि, इस नवरात्रि में माता वैष्णो देवी के दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या कम दिख रही है। इससे कई श्रमिक बेरोजगार हो गए और उन्हें परिवार का पेट भरने के लिए भी जूझना पड़ रहा है।
इसके बावजूद लोगों को उम्मीद है कि जारी त्योहारी सीजन में तीर्थयात्रा रफ्तार पकड़ेगी और श्रद्धालुओं की संख्या में इजाफा होगा और उनकी आमदनी भी बढ़ेगी।