Uttarakhand: उत्तराखंड शिक्षक मंच के कैलेंडर में नैनीताल जिले के रामनगर की दो बहनों की पेंटिंग को शामिल किया गया है। उत्तराखंड शिक्षक मंच हर साल एक खास कैलेंडर प्रकाशित करता है। शालू और पिंकी सैनी अपनी पेंटिंग्स को वार्षिक कैलेंडर में शामिल किए जाने से बेहद खुश हैं। उनकी पेंटिंग्स उत्तराखंड की सांस्कृतिक विरासत, पारंपरिक परिधान, लोक जीवन और प्राकृतिक सुंदरता का बेहतरीन नमूना है। दोनों बहनें नैनीताल जिले के रामनगर में राजकीय इंटर कॉलेज की छात्रा हैं। उनके शिक्षक बताते हैं कि कला शिक्षक मंच छात्रों को अपनी प्रतिभा दिखाने के लिए बढ़ावा देता है। स्कूल के प्रिंसिपल मानते हैं कि दोनों छात्राओं ने न सिर्फ स्कूल बल्कि पूरे जिले का नाम रोशन किया है। इनकी ये उपलब्धि दूसरे बच्चों के लिए भी प्रेरणा बनेगी।
शालू ने बताया, “मेरे द्वारा इस साल जो कैलेंडर बनाया गया था उत्तराखंड की संस्कृति पर। उसे कला शिक्षक मंच जो उत्तराखंड का एक कैलेंडर छपता है उसमें मेरी और मेरी बहन की दोनों पेंटिंग को स्थान मिला है। इसमें हमारी हेल्प हमारे कला अध्यापक ने की थी, जिनको मैं धन्यवाद अदा करती हूं और साथ ही जो हमने कैलेंडर बनाया था वो कुमाऊं मंडल के क्षेत्र से हम दोनों बहनों का पोस्टर छपा है और साथ ही उसमें हमने उत्तराखंड की पूरी संस्कृति की झलक को दर्शाने का प्रयास किया है।” पिंकी ने कहा, “मैंने उत्तराखंड की संस्कृति पर एक पोस्टर बनाया है। इस बार को जो उत्तराखंड का कैलेंडर है उसमें छपा है। मेरा और मेरी बहन का दोनों का छपा है।”
कला शिक्षक अमरजीत सिंह ने कहा, “हमारे उत्तराखंड में कला शिक्षक मंच हरिद्वार द्वारा ये पांच-छह साल से लगातार जो है सारे उत्तराखंड से बच्चों की पेंटिंग इकट्ठा करते हैं और हम उन प्रतिभाओं को एक मौका देते हैं, एक मंच देते हैं ताकि जो कला क्षेत्र में अच्छा काम कर रहे हैं। चाहे वो छात्र हो, चाहे वो शिक्षक हो। हम उनको एक उत्कृष्ट कलाकार के रूप में पुरस्कृत भी करते हैं और छापते भी हैं। तो पूरे उत्तराखंड से 26 पेंटिग सेलेक्ट हुई हैं।”
तो वहीं प्रिंसिपल सुरेश चंद्र जोशी ने कहा की, “मैं इस बारे में कहना चाहूंगा कि ये हमारे विद्यालय के लिए गर्व की बात है। ये सालों से बड़ी होनहार छात्रा है। जहां भी कोई भी कॉम्पिटिशन होता है। चाहे हमारे विद्यालय स्तर का हो, राज्य स्तर का हो, चाहे हाल ही में राज्य स्तरीय कैलेंडर छपा था उसमें भी इसका सेलेक्ट हुआ। इस बार इन दोनों बहनों के एक साथ। इसकी छोटी बहन ही पिंकी सैनी वो कक्षा 10 में पढ़ती है। उसका भी कैलेंडर इस कला मंच वाले में छपा हुआ है। ये हमारे लिए बड़े गर्व की बात है।”
शालू और पिंकी अपनी कला को और आगे बढ़ाना चाहती हैं। उत्तराखंड शिक्षक मंच की तरफ से मिला ये सम्मान न सिर्फ इन प्रतिभाशाली छात्राओं के लिए गर्व का विषय है, बल्कि उन सभी बच्चों के लिए प्रेरणा है जो अपनी कला और प्रतिभा के बूते कुछ बड़ा करने का सपना देखते हैं।