Punjab: पंजाब के अमृतसर में दिन का तापमान 40 डिग्री सेल्सियस होने के बावजूद स्वर्ण मंदिर आने वाले श्रद्धालुओं में कोई कमी नहीं आई है क्योंकि स्वर्ण मंदिर के व्यवस्थापकों की ओर से श्रद्धालुओं के लिए खास इंतजाम किेए गए हैं।
स्वर्ण मंदिर आने वालों को ठंडा पेयजल उपलब्ध कराया जा रहा है और परिसर में मोटी-मोटी चटाइयां बिछाई गई हैं ताकि नंगे पैर तपते संगमरमर से श्रद्धालुओं को तकलीफ न हो। यही श्रद्धालुओं को गर्मी से बचाने के लिए उनके उपर पंखे से पानी की हल्की फुहारें भी फेंकी जा रही है।
मंदिर में पूजा के लिए आने वाले श्रद्धालु व्यवस्थापकों की ओर से गर्मी से बचने के लिए किए गए उपायों की जमकर तारीफ कर रहे हैं। श्रद्धालुओ का कहना है कि “मैं यहां पर गोल्डेन टेंपल घूमने आई हूं। मुझे यहां आकर बहुत सुकून मिला। बहुत अच्छा लगा। यहां की फैसिलिटीज बहुत अच्छी हैं, इतनी गर्मी होने के कारण भी इधर बहुत अच्छी फैसिलिटी हैं, बहुत मजा आ रहा है।हर जगह पंखे की व्यवस्था है। बहुत मजा आ रहा है कोई गर्मी महसूस नहीं हो रही है हमें
“वहां पे अच्छी व्यवस्था थी, हर जगह पर वहां पानी और शरबत की व्यवस्था थी। हर जगह पांच पांच मिनट के बाद वहां पे। अच्छी व्यवस्था थी वहां पे अंदर जा के अच्छा सबकुछ अच्छा लगा।”
स्वर्ण मंदिर के पवित्र तालाब के चारों ओर फर्श पर बिछाई गई चटाइयों पर नियमित अंतराल पर पानी का छिड़काव किया जा रहा है ताकि उन्हें गीला और ठंडा रखा जा सके। हरमंदिर साहिब के प्रबंधक भगवंत सिंह ने कहा कि
“सचखंड श्री हरमंदिर साहिब में गर्मी को देखते हुए परिक्रमा मार्ग और सरोवर के आसपास चटाइयों की संख्या बढ़ा दी गई है। हमारे सेवादार हर घंटे से डेढ़ घंटे में उन पर पानी छिड़कते हैं, ताकि दिनभर चटाइयां गीली रहें और श्रद्धालुओं के पैर न जलें। श्रद्धालुओं को गर्मी से बचाने के लिए चार छबीलें (जहां पानी पिलाया जाता है) लगाई गई हैं, जहां हम श्रद्धालुओं को ठंडा पानी पिला रहे हैं।”
सिखों के सबसे पवित्र स्थलों में से एक स्वर्ण मंदिर में रोजाना प्रार्थना करने के लिए लाखों की संख्या में श्रद्धालु आते हैं और आशीर्वाद लेते हैं। भीषण गर्मी में स्वर्ण मंदिर आने वाले श्रद्धालुओं ने बिना तकलीफ पूजा-अर्चना के लिए की गई कोशिशों की जमकर सराहना की है।