Punjab: स्वतंत्रता दिवस (15 अगस्त) को लेकर सीमा सुरक्षा बल (BSF) पूरी तरह से सतर्क है और अलर्ट मोड में काम कर रही है। बीएसएफ दोनों संवेदनशील अंतरराष्ट्रीय सीमाओं – भारत-पाकिस्तान और भारत-बांग्लादेश – की निगरानी और सुरक्षा की जिम्मेदारी निभा रही है। प्रदेश का राज्य स्तरीय समारोह इस बार जोधपुर में होने के चलते और अधिक मुस्तादी के साथ सुरक्षा एजेंसी सतर्क और चौकस है। पाकिस्तान से सटी देश की पश्चिमी शरहद और इस शहर के रखवाले बीएसएफ के जवान मुस्तादी के साथ रेगिस्तान के इलाकों में डटे हैं।
बीएसएफ आईजी एम.एल. गर्ग के अनुसार लगभग 6,500 किलोमीटर लंबी अंतरराष्ट्रीय सीमा की सुरक्षा बीएसएफ के द्वारा की जा रही है। दोनों सीमाएं सुरक्षा की दृष्टि से अत्यंत संवेदनशील हैं, विशेष रूप से स्वतंत्रता दिवस जैसे महत्वपूर्ण अवसर पर। उन्होंने बताया कि ऑपरेशन ‘सिंदूर’ के बाद सीमा क्षेत्रों में गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है, जिसके मद्देनजर बीएसएफ ने ऑपरेशन ‘अलर्ट’ को लगातार जारी रखा है। इसके तहत निगरानी और गश्त को तेज किया गया है और सुरक्षा के हर पहलू को और अधिक मजबूत किया जा रहा है।
बीएसएफ द्वारा सीमावर्ती क्षेत्रों में स्ट्रेंथ और सर्विलांस को बढ़ाने के लिए विशेष प्रयास किए जा रहे हैं। अत्याधुनिक उपकरणों के साथ-साथ मानवीय संसाधनों को भी बढ़ाया गया है। इसके साथ ही सीमा पर बसे लोगों की भागीदारी को भी सुनिश्चित किया गया है। जागरूकता कार्यक्रमों के माध्यम से स्थानीय नागरिकों को सतर्क और सजग रहने की जानकारी दी जा रही है ताकि किसी भी संदिग्ध गतिविधि की तुरंत सूचना दी जा सके। बीएसएफ देश की सीमाओं की सुरक्षा के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है और स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर किसी भी प्रकार की चुनौती से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार है।