Amritsar: भारत और पाकिस्तान के बीच सैन्य गतिरोध के मद्देनजर राज्य सरकार द्वारा शैक्षणिक संस्थानों को बंद करने के आदेश के लगभग एक हफ्ते बाद पंजाब के अमृतसर में स्कूल दोबारा खुल गए। भारत-पाकिस्तान सीमा के करीब अटारी में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच बच्चे पूरे जोश के साथ स्कूल पहुंच रहे हैं। छात्रों ने भी सुरक्षा इंतजामों और भारतीय सेना पर भरोसा जताया।
पंजाब की पाकिस्तान के साथ 553 किलोमीटर लंबी सीमा है। ये अमृतसर, तरनतारन, पठानकोट, फाजिल्का, फिरोजपुर और गुरदासपुर जिलों तक फैली हुई है। गुरदासपुर में स्कूल मंगलवार को खोल दिए गए थे। वहीं अधिकारियों ने दूसरे पांच सीमावर्ती जिलों में शैक्षणिक संस्थानों को बुधवार को फिर से खोलने का निर्देश दिया था। भारतीय सेनाओं ने पाकिस्तान और उसके कब्जे वाले कश्मीर में आतंकी ठिकानों पर ड्रोन और मिसाइल हमले किए थे। उसने पाकिस्तान की तरफ से किए हर हमले को नाकाम कर दिया था। दोनों देशों के बीच 10 मई को सैन्य कार्रवाई रोकने पर सहमति बनी थी।
टीचर्स का कहना है कि “आज एक हफ़्ते बाद स्कूल खुलने का पहला दिन है, हालात पूरी तरह से सामान्य हैं। भले ही ये बॉर्डर एरिया है लेकिन ऐसी कोई बात नहीं है जिससे किसी को चिंता करने की ज़रूरत हो। सरकार हर समय हमें सुरक्षा दे रही है और हमें सुरक्षित रख रही है। सरकार की गाइडलाइन के अनुसार हमने आज स्कूल खोला है… पहले दिन छात्र आ रहे हैं, वे बहुत खुश हैं। सभी छात्र बहुत खुश हैं। हमने सरकार की गाइडलाइन के अनुसार टाइमटेबल बनाया है।”
“आज लगभग एक हफ्ते के बाद स्कूल शुरू हुए हैं। हम सब जानते हैं कि कितनी टेंशन का माहौल था। हालात कितने खराब थे बार्डर पे हो या बाहर। हर वक्त एक डर सा लगा रहता था। बच्चों के पेरेंट्स के भी हमें कॉल आ रहीं थी। हर कोई बहुत डर और परेशानी की सिचुएशन में था। चाहे ऑनलाइन क्लासेज चल रहीं थी पर फिर भी काम का नुकसान काफी ज्यादा होता। सो डीसी मैम के आर्ड से आज से स्कूल स्टार्ट हुए हैं। टाइमिंग्स 10: 30 से ले के 2:30 है।”
छात्राओ का कहना है कि “इसमें वैसे हमारी बॉर्डर जो है वहां पर पूरी सिक्योरिटी है वैसे डरने की तो कोई बात नहीं है। हम सारे इंडिया वाले, हमारे इंडिया के साथ है उनको पूरा सपोर्ट कर रहें हैं। कोई बात नहीं हम उनके साथ हैं, कोई बात नहीं” बहुत दिनों बाद स्कूल आए हैं बहुत अच्छा लग रहा है। पहले जब जंग वगैरह लगी थी। वॉर वगैरह लगी थी इंडिया पाकिस्तान के बीच में तो ब्लैकऑउट वगैरह हो जाता था। और ड्रोन्स या फिर मिसाइल जगह जगह से हमें आवाजें आती थी। मिसाइल वगैरह डिफ्यूज करने की बट आज जो घर में भी रह कर हमें बहुत डरा सा माहौल रहता था अब स्कूल आ रहे तो बहुत अच्छा लग रहा। फर्स्ट डे भी आए हैं। तो स्लेबस वगैरह भी अब कवर होगा स्टडी भी होगी एंड माहौल भी अच्छा हो रहा है।”